लखनऊ: लखनऊ-अमेठी हाईवे पर स्थित ढाबा संचालक कोरोना को लेकर जारी लॉकडाउन के कराण, अब सड़क किनारे सब्जी बेचने को मजबूर हैं. लॉकडाउन में ढाबा और होटलों में लोगों का आना बंद हो गया है. ऐसे में होटल और ढाबा संचालकों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है. जिसके कारण अब ये अपने परिवार की आजीविका चलाने के लिए सड़क किनारे सब्जी बेंच रहे है.
दरअसल, लखनऊ-अमेठी हाईवे पर करीब 10 से 15 छोटे-बड़े होटल और ढाबा स्थित हैं. लॉकडाउन के बाद से ही ढाबा बंद हैं. ऐसे में ढाबा संचालकों की कमाई भी बंद हो गई है. परिवार को दो जून की रोटी उपलब्ध कराना भी इनके लिए मुश्किल होता जा रहा था. जिसे देखते हुए ढाबा और होटल संचालकों ने अपना व्यवसाय बदलना ही मुनासिब समझा.
होटल मालिक संतोष कुमार ने बताया कि लॉकडाउन से पहले वह सब खर्च निकालने के बाद ढाई से तीन सौ रुपये बचा लेते थे, लेकिन अब जीना मुहाल हो गया है. परिवार का खर्च चलाने के लिए 10 से 11 हजार तक उधारी भी ले चुके हैं. जिसे चुकाने और परिवार का पेट पालने के लिए अब सब्जी बेंच रहे हैं.
वहीं सब्जी विक्रेता आशीष ने बताया कि वह दिनभर में 1000 से 1500 रुपये तक की सब्जी बेच लेते हैं. जिसमें से वह माल भी लाते हैं और परिवार का गुजारा भी होता है.
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