लखनऊ : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET)-2021 के पेपर लीक कांड में सरकार ने मंगलवार शाम को बड़ी कार्रवाई की. परीक्षा का आयोजन करने वाली संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी (examination regulatory authority) के सचिव संजय उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया गया. रविवार को इस परीक्षा का आयोजन किया गया था. परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक की घटना सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई है.
दोबारा यह परीक्षा कब होगी? इसे लेकर अभी भी संशय की स्थिति है. सोमवार को सोशल मीडिया पर तारीख भी वायरल हो गई थी. यह तारीख सोशल मीडिया पर वायरल होने के चंद मिनटों बाद ही सरकार ने उसका खंडन भी कर दिया.
गौरतलब है कि बीते रविवार को ही परीक्षा होनी थी. परीक्षा के लिए करीब 21 लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था. परीक्षा शुरू होने के कई घंटों पहले ही पेपर वायरल हो गया. एसटीएफ के स्तर पर इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. अभी तक इस प्रकरण में 30 से ज्यादा गिरफ्तारियां होने की बात सामने आयी है.
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जांच कर रही एसटीएफ टीम (STF Team) के एक सदस्य ने बताया कि पेपर लीक होने के साथ परीक्षा में साल्वर बैठाने वाले गैंग के भी शामिल होने की बात सामने आई है. इसमें कई सॉल्वर बिहार से बुलाए गए थे.
Paper leak कांड के चलते विपक्ष इस समय सरकार पर हमलावर है. समाजवादी पार्टी से लेकर कांग्रेस तक सरकार की व्यवस्था पर तंज को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. कांग्रेस की तरफ से बीते दिनों सूची जारी कर दावा किया गया कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में अभी तक 9 से ज्यादा प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके है. इसके चलते परीक्षार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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