लखनऊ: ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बुधवार को शक्तिभवन में ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक की. समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में ऊर्जा विभाग के कार्मिक एक योद्धा की तरह प्रदेश की 23 करोड़ जनता का पूरा ध्यान रख रहे हैं. इसलिए ऊर्जा परिवार के सभी कर्मिकों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाए.
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन्स के हिसाब से 20 अप्रैल से निर्माण परियोजनाओं संबंधी आदेश और व्यवस्थाएं किये जाने के निर्देश भी ऊर्जा मंत्री ने दिए.
ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिया कि गर्मियां शुरू हो गई हैं और बिजली की मांग भी धीरे-धीरे बढ़ रही है. जनपदों में जो भी आवश्यक कार्य गर्मियों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए आवश्यक हैं. उन्हें 20 अप्रैल से शुरू कराने के लिए स्थानीय प्रशासन से समन्वय स्थापित किया जाए. कार्य करते समय यह जरूरी है कि केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों का पूरा पालन हो.
सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जाए. निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रांसमिशन कारपोरेशन के लंबित उपकेंद्रों व लाइनों के काम भी इसी अनुसार शुरू कराये जाएं. साथ ही उत्पादन निगम की निर्माणाधीन इकाईयों के काम भी गाइडलाइन्स के अनुसार शुरू कराये जाएं.
ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिया कि परियोजनाओं का काम चले और कार्मिकों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाए, जहां श्रमिकों की संख्या अधिक हो वहां प्रतिदिन कर्मिकों के स्वास्थ्य का परीक्षण भी कराया जाए. साथ ही उनके ठहरने का प्रबंध भी सुनिश्चित हो.
इसे भी पढ़ें:-भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 414, कुल 12,380 मामले
संविदा कर्मिकों ने अभियंताओं के साथ मिलकर आपदा की स्थिति में परिश्रम कर निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने का काम किया है. यह पूरे ऊर्जा परिवार के लिए गर्व का विषय है.
श्रीकांत शर्मा,ऊर्जा मंत्री