लखनऊः लॉकडाउन के चलते बहुत से लोग दिन-रात घर पर वर्क फ्रॉम होम या फिर खाली बैठकर ही घर में वक्त गुजार रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए विशेषज्ञों का मानना है कि उनके मेंटल हेल्थ पर इसका असर पड़ रहा है. इसी बात को लेकर केजीएमयू के मनोचिकित्सक डॉ. पीके दलाल ने ईटीवी भारत से बातचीत की.
'KGMU' के मनोचिकित्सक डॉ. पीके दलाल ने ईटीवी भारत से की बातचीत
कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में लॉकडाउन है. लेकिन इस दौरान लोगों मे उलझन, घबराहट, बेचैनी या इनसिक्योरिटी की शिकायत आ रही है. ऐसे लोगों के मेंटल हेल्थ के बारे में 'KGMU' के मनोचिकित्सक डॉ. पीके दलाल बताते हैं कि ज्यादातर लोगों को इस समय कोरोना महामारी की चिंता है. लॉकडाउन के चलते घर बैठे लोगों में बेचैनी, दुश्चिंता, आशंकाएं बढ़ रहीं हैं. इसकी वजह से उनका मानसिक स्वास्थ्य भी कहीं न कहीं प्रभावित हो रहा है.
कोरोना वायरस की खबरें लोगों के दिमाग में हो रहीं हैं ओवरलोड
डॉ. पीके दलाल का मानना है कि दिन-रात ऑनलाइन या ऑफलाइन तरीके से कोरोना महामारी से जुड़ी जानकारियां लोगों के मन मस्तिष्क पर ओवरलोड होती जा रही हैं. जिसके कारण लोग परेशान हो रहे हैं, इससे बचने के लिए लोगों को रोजाना रात में 8 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए.
देर रात तक जागने की वजह से भी कहीं न कहीं मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ता है, इसके अलावा सुबह उठने के बाद आप योगा, प्राणायाम, एक्सरसाइज, रिलैक्सेशन, मेडिटेशन, वॉकिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करके स्वस्थ रह सकते हैं.
मेंटल हेल्थ को बरकरार रखने के लिए बनाएं दिनचर्या की लिस्ट
लॉकडाउन के चलते लोगों को अपना मानसिक संतुलिन बरकरार रखने के लिए डॉक्टर ने कई उपाय बताए हैं. इस मद्दे पर बात करते हुए डॉ. पीके दलाल बताते हैं कि मेंटल हेल्थ को बरकरार रखने के घर में बैठे लोग अपनी दिनचर्या की एक लिस्ट बना सकते हैं. जिसमें आप आप मनोरंजन, शिक्षा, आपके काम से जुड़ी हुई चीजें, किताबें, कहानियां, मूवीज जैसी तमाम चीजों को शामिल कर सकते हैं.