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बच्चे को लगाई एक्सपायर वैक्सीन, डॉक्टर पर केस दर्ज

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Published : Apr 14, 2021, 2:34 AM IST

लखनऊ में एक डॉक्टर ने एक मासूम को एक्सपायरी डेट की वैक्सीन लगा दी, जिससे बच्चे की हालत बिगड़ गई. बच्चे के परिवार वालों ने राज्य मानवाधिकार आयोग में इसकी शिकायत की. आयोग ने सीएमओ से रिपोर्ट देने को कहा. जांच के बाद डॉ. पीके मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है.

बच्चे को लगाई एक्सपायर वैक्सीन
बच्चे को लगाई एक्सपायर वैक्सीन

लखनऊ: सुशांत गोल्फ सिटी में चाइल्ड हेल्थ केयर सेंटर के डॉ. पीके मौर्य ने एक मासूम को एक्सपायरी डेट की वैक्सीन लगा दी, जिससे बच्चे की हालत बिगड़ गई. परिवार वाले मासूम को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने देखने से मना कर दिया. बच्चे के परिवार वालों ने राज्य मानवाधिकार आयोग में इसकी शिकायत की. आयोग ने सीएमओ लखनऊ से तीन हप्ते के अंदर रिपोर्ट देने को कहा. जांच के बाद डॉ. पीके मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

मस्तेमऊ निवासी राजीव शुक्ला के मुताबिक, 5 जनवरी को वह डेढ़ माह के बेटे को लेकर डॉ. पीके मौर्य के क्लीनिक पर गए थे. बच्चे को त्वचा संबंधी दिक्कत थी. मासूम को देखने के बाद पीके मौर्य ने वैक्सीनेशन नहीं होने के कारण दिक्कत होने की बात कही. साथ ही टीकाकरण के लिए 3500 रुपये ले लिए.

टीका लगाने के बाद कार्ड में इंट्री भी नहीं की

राजीव के मुताबिक, बच्चे को टीका लगाने के बाद उसकी इंट्री कार्ड पर नहीं की गई. काफी कहने के बाद डाक्टर ने राजीव को वैक्सीन पर लगा कर स्टिकर पकड़ा दिया. राजीव बच्चे को लेकर घर पहुंचे तो उसकी तबियत बिगड़ने लगी. उन्होंने पीके मौर्य को फोन कर इसकी जानकारी दी, लेकिन वह बच्चे को देखने को तैयार नहीं हुए. बेटे की हालत देख राजीव उसे दूसरे अस्पताल ले गए. वहीं, वैक्सीन का स्टीकर चेक करने पर उसके एक्सपायरी होने का पता चला.

मुकदमा दर्ज कर की जा रही जांच

राजीव के मुताबिक, अक्टूबर 2020 में वैक्सीन एक्सपायर हो चुकी थी, लेकिन डॉ. पीके मौर्य ने रुपयों के लालच में बच्चे को वैक्सीन लगा दी. 7 जनवरी 2021 को राजीव ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में तहरीर दी थी. लेकिन सुनवाई नहीं हुई. इस पर राजीव ने राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत की. मामले की गंभीरता को देखते हुए आयोग ने राजपत्रित अधिकारी और सीएमओ से तीन सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा था. इंस्पेक्टर विजयेंद्र सिंह के मुताबिक जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मंगलवार को डॉ. पीके मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

लखनऊ: सुशांत गोल्फ सिटी में चाइल्ड हेल्थ केयर सेंटर के डॉ. पीके मौर्य ने एक मासूम को एक्सपायरी डेट की वैक्सीन लगा दी, जिससे बच्चे की हालत बिगड़ गई. परिवार वाले मासूम को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने देखने से मना कर दिया. बच्चे के परिवार वालों ने राज्य मानवाधिकार आयोग में इसकी शिकायत की. आयोग ने सीएमओ लखनऊ से तीन हप्ते के अंदर रिपोर्ट देने को कहा. जांच के बाद डॉ. पीके मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

मस्तेमऊ निवासी राजीव शुक्ला के मुताबिक, 5 जनवरी को वह डेढ़ माह के बेटे को लेकर डॉ. पीके मौर्य के क्लीनिक पर गए थे. बच्चे को त्वचा संबंधी दिक्कत थी. मासूम को देखने के बाद पीके मौर्य ने वैक्सीनेशन नहीं होने के कारण दिक्कत होने की बात कही. साथ ही टीकाकरण के लिए 3500 रुपये ले लिए.

टीका लगाने के बाद कार्ड में इंट्री भी नहीं की

राजीव के मुताबिक, बच्चे को टीका लगाने के बाद उसकी इंट्री कार्ड पर नहीं की गई. काफी कहने के बाद डाक्टर ने राजीव को वैक्सीन पर लगा कर स्टिकर पकड़ा दिया. राजीव बच्चे को लेकर घर पहुंचे तो उसकी तबियत बिगड़ने लगी. उन्होंने पीके मौर्य को फोन कर इसकी जानकारी दी, लेकिन वह बच्चे को देखने को तैयार नहीं हुए. बेटे की हालत देख राजीव उसे दूसरे अस्पताल ले गए. वहीं, वैक्सीन का स्टीकर चेक करने पर उसके एक्सपायरी होने का पता चला.

मुकदमा दर्ज कर की जा रही जांच

राजीव के मुताबिक, अक्टूबर 2020 में वैक्सीन एक्सपायर हो चुकी थी, लेकिन डॉ. पीके मौर्य ने रुपयों के लालच में बच्चे को वैक्सीन लगा दी. 7 जनवरी 2021 को राजीव ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में तहरीर दी थी. लेकिन सुनवाई नहीं हुई. इस पर राजीव ने राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत की. मामले की गंभीरता को देखते हुए आयोग ने राजपत्रित अधिकारी और सीएमओ से तीन सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा था. इंस्पेक्टर विजयेंद्र सिंह के मुताबिक जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मंगलवार को डॉ. पीके मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

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