लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय में शताब्दी वर्ष का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में बुधवार को समाजशास्त्र विभाग की ओर से गुणात्मक शोध में चुनौतियां विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया. इस दौरान ट्रेंट यूनिवर्सिटी टोरंटो के प्रोफेसर एलन ला ने अपने व्याख्यान में शोध की नवीनतम तकनीकों पर चर्चा की.
लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की ओर से व्याख्यान का आयोजन
समाजशास्त्र विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की ओर से व्याख्यान का आयोजन किया गया. इस दौरान कनाडा की ट्रेंट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एलन ला ने समाजशास्त्र में गुणात्मक शोध पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि एक शोधार्थी के सामने स्थानीय राजनीति और डेटा विश्लेषण की समस्याएं अक्सर बड़ी बाधा बनकर आती हैं, जिन्हें आधुनिकतम तरीकों से ही सुलझाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि गुणात्मक शोध का तरीका बेहतर है, क्योंकि संख्यात्मक शोध करने के मामले में कई बार डाटा बेहद जटिल हो जाता है.
शोध के क्षेत्र में समाजशास्त्र में लगातार नए प्रयोग
समाजशास्त्र विभाग के प्रोफेसर सुखांत चौधरी ने बताया कि शोध के क्षेत्र में समाजशास्त्र में लगातार नए प्रयोग हो रहे हैं. समाजशास्त्र का शोध क्षेत्र भी बड़ा ही व्यापक हुआ है. ऐसे में तमाम जटिलताएं भी सामने आई हैं. इस व्याख्यानमाला से शोध छात्रों और शिक्षकों को वैश्विक स्तर पर शोध के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलेगी.
कई लोग रहे माैजूद
व्याख्यानमाला में लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ नीरज जैन, महामंत्री विनीत कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष डॉक्टर ए इस्लाही, डॉक्टर सेंथिल गुलाब नबी, प्रोफेसर डीआर साहू, डॉ सरोज ढल, आईपीपीआर डायरेक्टर डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव समेत बड़ी तादाद में शोध छात्र उपस्थित रहे.
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