लखनऊ: सोमवार को बरेली में दो साल बच्चे का गलत ऑपरेशन (Wrong operation in Barielly) के आरोप में डॉ. एम खान हॉस्पिटल का पंजीकरण रद्द (Registration of Dr M Khan Hospital canceled) कर दिया गया. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak ) के हस्तक्षेप के बाद शिकायत की जांच शुरू की गई. परिजन और हॉस्पिटल के डॉक्टर-कर्मचारियों के बयान दर्ज कर लिये गये. शुरुआती जांच के आधार पर अस्पताल का पंजीकरण अग्रिम आदेशों तक रद्द कर दिया गया. इस दौरान अस्पताल में इलाज और मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गई है.
बरेली में छोटे बच्चे को बोलने में दिक्कत हो रही थी. वह तुतलाकर बोल रहा था. डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे की जीभ का ऑपरेशन करने की सलाह दी थी. परिजन बच्चे को लेकर शहर के डॉ. एम खान अस्पताल लेकर पहुंचे थे. यहां डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने बच्चे का गलत ऑपरेशन (Wrong operation of two year old child in Bareilly) कर दिया. शिकायत के बाद डिप्टी सीएम ने बरेली सीएमओ को तत्काल अपर मुख्य चिकित्साधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर भेजकर जांच कराने के आदेश दिये थे.
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भानु प्रकाश की अध्यक्षता में डॉ. संचित शर्मा, डॉ. चन्द्रपाल, डॉ. जय प्रकाश ने जांच के दौरान परिजनों के बयान दर्ज किए. डॉक्टर-कर्मचारियों के बयान दर्ज किये. इलाज संबंधी दस्तावेजों का परीक्षण किया. जांच टीम ने अस्पताल का पंजीकरण अगले आदेशों तक रद्द कर दिया. अस्पताल में इलाज संबंधी गतिविधियां भी रोक दी गई हैं.
बेटी का शव पिता की गोद में थमाने का आरोप, जांच के आदेश: मैनपुरी में पोस्टमार्टम के बाद बेटी का शव पिता की गोद में थमाने का गंभीर आरोप लगा है. इस संबंध में वीडियो वायरल हुआ था. इसका डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया और मामले की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. मैनपुरी में इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई थी. डॉक्टर ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. आरोप है कि पोस्टमार्टम के बाद बेटी का शव पिता की गोद में थमा दिया. पिता बारिश में शव गोद में लेकर घर की ओर जाने लगा. इस घटना का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया.
उन्होंने मैनपुरी जिला चिकित्सालय के सीएमएस को पोस्टमार्टम हाउस में तैनात दोषी कार्मिको के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं. 24 घंटे के अंदर जांच कर रिपोर्ट प्रेषित कर को कहा गया है. अगर शासन स्तर से कोई कार्रवाई की आवश्यकता होगी, तो की जायेगी. इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि संवेदनहीनता किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जायेगी. अधिकारी-कर्मचारी अपने रवैये में बदलाव लाएं. ऐसे लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा.
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