लखनऊ : बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि नगरी क्षेत्रों में संचालित बेसिक बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के शिक्षकों का कैडर अलग था. ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्र दोनों में अलग-अलग भर्तियां की जाती रही हैं. वर्ष 2008 के बाद से भर्तियां ग्रामीण क्षेत्रों में ही हो रही थीं.
डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि नगरीय क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी भी थी. ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह निर्धारित संख्या से ज्यादा शिक्षक थे. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार जल्द ही नगर और ग्रामीण का यह भेद खत्म करने जा रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में जिन जगहों पर अतिरिक्त शिक्षक हैं, उनको वहां से लाकर और शहरों में तैनात कर यहां के शिक्षकों की कमी को भी पूरा किया जायगा.
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स्कूलों की सूरत बदलने के लिए निकाला फार्मूला
डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि नगर क्षेत्र में विशेष समस्याएं रही है. नगरों में कई जगहों पर जमीन नहीं मिली है. किराए के भवनों में स्कूल खोले गए हैं. सरकार का कायाकल्प अभियान शुरू हुआ तो ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग से धन मिला था. उससे ही स्कूलों में काम कराया गया था. लेकिन, नगर विकास विभाग से वह काम नहीं हो पाया. अब मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश पर नगर विकास विभाग से भी कायाकल्प के मद में धन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि जो स्कूल जर्जर हैं, उनकी रिपोर्ट बना ली है गई है. धन मिलते ही भवन का निर्माण होगा. जो स्कूल किराए में चल रहे हैं, अगर उनकी स्थिति जर्जर है तो उनके भवनों को बदला जाएगा. इसके अलावा जहां जमीन उपलब्ध होगी वहां नए स्कूल भी बनाए जाएंगे.