लखनऊ : सरोजनीनगर थाना क्षेत्र स्थित टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में शुक्रवार को एमबीबीएस छात्रा की हॉस्टल की नवीं मंजिल से नीचे गिरकर मौत हो गई. घटना की जानकारी होते ही पूरे मेडिकल कॉलेज और हॉस्टल में हड़कंप मच गया. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस मामले की जानकारी करने के लिए हॉस्टल की छात्राओं से पूछताछ कर रही है. एसीपी कृष्णानगर विनय कुमार द्विवेदी का कहना है कि छात्रा मृणाल सिंह ने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या की है. उसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. जिसमें सॉरी पापा मैं डॉक्टर नहीं बन पाई लिखने की बात सामने आ रही है. जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है. पुलिस ने बताया कि फिलहाल पुलिस ने उसका मोबाइल फोन और उसके अन्य कागजात भी कब्जे में ले लिए हैं. साथ ही सूचना के बाद मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम भी मामले की जांच कर रही है.
मूलरूप से बिहार के पटना निवासी शिक्षक कौशल किशोर सिंह की बेटी मृणाल सिंह (22) सरोजनीनगर के अमौसी रेलवे स्टेशन स्थित टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के गर्ल्स हॉस्टल स्थित सी ब्लॉक की नवीं मंजिल पर रुम में रहकर यहां एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी. बताते हैं कि दो माह पहले मृणाल अपने घर चली गई थी. हाल ही में वापस लौट कर लखनऊ आई. इसके बाद एक दिन पहले ही उसने हॉस्टल ज्वाइन किया था.
टीएसएम कॉलेज के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट मानिक कुमार सक्सेना के मुताबिक हॉस्टल में उसके साथ रहने वाली रूम पार्टनर साक्षी ने शुक्रवार सुबह मृणाल को जगाया. उसके बाद करीब 8:45 बजे मृणाल पढ़ने के लिए अपनी कक्षा में गई, लेकिन कुछ देर बाद वापस रूम पर आ गई. बाद में करीब 9:30 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में वह अचानक हॉस्टल की नवीं मंजिल स्थित बालकनी से नीचे जमीन पर आ गिरी. उसके गिरते ही चीखने की आवाज सुनकर गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने पास जाकर देखा तो वह लहूलुहान हालत में नीचे पड़ी थी. इस हादसे की सूचना मिलते ही हॉस्टल सहित पूरे कॉलेज में हड़कंप मच गया. बड़ी संख्या में छात्राएं और कॉलेज प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए. आननफानन घटना की सूचना पुलिस को दी गई. सूचना पाकर सरोजनीनगर पुलिस के साथ ही एसीपी कृष्णानगर विनय कुमार द्विवेदी भी घटनास्थल पर पहुंचे और आसपास मौजूद छात्रों से पूछताछ कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
मानिक सक्सेना के अनुसार छात्रा मृणाल सिंह बीमार रहती थी. जिसकी वजह से उसकी मां अमरलता पड़ोस में ही किराए पर रहकर उसकी देखभाल करती थीं. मृणाल सिंह बीमार होने के साथ ही डिप्रेशन में भी रहती थी और उसका पढ़ाई में भी मन नहीं लगता था. जिसकी वजह से काॅलेज प्रशासन ने उसके घरवालों को सूचना देकर उसे 2 महीने के लिए गांव भिजवा दिया था. कुछ दिन पहले ही वह यहां आई थी और एक दिन पहले हॉस्टल ज्वाइन किया था. जहां अपने रूम पार्टनर साक्षी के साथ रहती थी. शुरुआती जांच में नवीं मंजिल की बालकनी में लगी जाली के पास ही कुर्सी रखी मिली. जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसने कुर्सी पर चढ़कर जाली के ऊपर से नीचे जमीन पर छलांग लगा दी. जिसकी वजह से काफी ऊंचाई से जमीन पर गिरने के कारण उसकी मौत हो गई.
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