लखनऊ. बिजनौर थाना क्षेत्र परवर पश्चिम में एक युवक का शव बंद पड़े मकान में लटका मिलने से हड़कंप मच गया. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि गांव के ही कुछ लोगों ने युवक को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था. यही नहीं पुलिस पर भी परिजनों का आरोप है कि उसने हत्या के इस मामले को आत्महत्या में तब्दील कर दिया है.
जानकारी के अनुसार मंदिर के पुजारी राकेश द्विवेदी अपने परिवार के साथ बिजनौर थाना क्षेत्र के परवर पश्चिम में रहते हैं. उनका 22 वर्षीय पुत्र शोभित द्विवेदी शटरिंग का काम करता था. शोभित का शव रविवार को राकेश के बंद पड़े मकान में गमछे से लटकता पाया गया. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
इस दौरान मृतक शोभित के पिता ने गांव के रहने वाले रामचंद्र, वीरेंद्र, गजोधर लोधी और रामचंद्र की पत्नी गुड्डी समेत अन्य लोगों के खिलाफ उनके बेटे को आत्महत्या के लिए प्रेरित किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया. मृत शोभित के चाचा लोकेंद्र का कहना है कि बीते दिनों उनके भतीजे और आरोपियों के बीच जुआ खेलने को लेकर विवाद हुआ था. इस दौरान पुलिस भी आई थी. हालांकि तब मामला रफा-दफा कर दिया गया था.
आरोप लगाया कि आरोपियों के खिलाफ तब कार्यवाही न होने से उनके हौसले बढ़े और उन लोगों ने उनके भतीजे को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया. फिर पुलिस ने हत्या की इस घटना को आत्महत्या का रूप दे दिया.
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वहीं, बिजनौर पुलिस ने तहरीर मिलते ही सभी नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. मामले की जांच में जुट गई. बताया जाता है कि गिरफ्तार लोगों में गजोधर लोधी हिस्ट्रीशीटर है.
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