लखनऊ: राजधानी लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में सोमवार को अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोरोना से हुई दो महिलाओं की मौत के बाद उनके शव को आपस में बदल गए. परिजनों ने जब शव देखा, तो इसकी जानकारी हुई. बाद में दोनों परिजनों के इसकी जानकारी पीजीआई प्रशासन को दी. उसके बाद दोनों परिजनों को सही शव सौंप दिए गए.
जानकारी के अनुसार संजय गांधी पीजीआई में भर्ती फतेहपुर निवासी 58 वर्षीय जरीना और वाराणसी निवासी 37 वर्षीय श्वेता श्रीवास्तव की कोरोना से मौत हो गई थी. अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण जरीना बानो का शव श्वेता श्रीवास्तव के परिजनों को सौंप दिया गया और श्वेता का शव जरीना के परिजनों को सौंप दिया गया.
वहीं इस संबंध में पीजीआई प्रशासन की ओर से कहा गया कि सोमवार शाम 5 बजे दोनों शव को एक ही वाहन में रखने के लिए रखा गया था लेकिन शव गलती से अलग-अलग वाहनों में लोड हो गए. जानकरी होने पर वाहनों को वापस बुलाकर दोनों शव को उनके-उनके परिजनों को सौंप दिया गया.