लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना के कहर से हड़कम्प मचा हुआ है. इसी बीच स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों की लापरवाही भी मरीजों की जान ले रही है. वहीं एक मामला आईटी चौक निरालानगर स्थित एक प्रतिष्ठित अस्पताल का है. बताया जा रहा है कि यहां शनिवार देर रात लिक्विड ऑक्सीजन अचानक ख़त्म हो गया. बैकअप न होने की वजह से गंभीर मरीजों को दो घंटे तक ऑक्सीजन नहीं मिला, जिससे एक-एक कर 7-8 मरीजों ने दम तोड़ दिया. मरीजों की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे. मरीज के तीमारदारों ने इसकी शिकायत सीएमओ कार्यालय में की.
विश्वसनीय सूत्र की मानें तो सीएमओ ऑफिस ने आपूर्ति डिपार्टमेंट से कोऑर्डिनेट कर ऑक्सीजन की आपूर्ति करवाई. इस बारे में अस्पताल प्रशासन ने अपने ऑक्सीजन प्लांट में कुछ तकनीकी खराबी की बात स्वीकार करते हुए बताया कि शनिवार की कोविड वार्ड में मात्र तीन मरीजों की मौत हुई, जो अन्य दिनों की अपेक्षा बेहद कम है. आरोप है कि अस्पताल में बैकअप ऑक्सीजन की कोई व्यवस्था नहीं थी. सही समय पर ऑक्सीजन न मिलने के कारण कोविड वार्ड में भी इसका असर देखने को मिला.
दो घंटे तक ठप रही ऑक्सीजन की आपूर्ति
सूत्र का कहना है कि शनिवार रात 2:30 बजे के करीब मरीजों को ऑक्सीजन मिलना बंद हो गया. 2 घंटे तक ऑक्सीजन की आपूर्ति ठप होने से गंभीर मरीजों की हालत बिगड़ने लगी, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत होनी लगी और उनके शरीर का ऑक्सीजन लेवल लगातार गिरता चला गया.
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ऑक्सीजन प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री पर सिलेंडर लेने पहुंचे लोगों ने जमकर काटा हंगामा
राजधानी के आलमबाग थाना क्षेत्र स्थित औद्योगिक इलाके में ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर भीड़ ने हमला बोल दिया. ऑक्सीजन फैक्ट्री के बाहर भीड़ ने बवाल करते हुए जमकर हंगामा काटा. वहीं लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के खिलाफ नारेबाजी की. अफसरों का आरोप है ऑक्सीजन देने में फैक्ट्री द्वारा कालाबजारी की जा रही थी. अफसरों द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर न देने की बात कहने पर लोगों ने बवाल किया है. भीड़ से बचते हुए अफसरों ने डीएम और पुलिस कमिश्नर को इस घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंचे डीसीपी सेंट्रल सोमेन वर्मा ने कमान संभाला जहां ओर ऑक्सीजन न मिलने से नाराज़ लोगों ने फैक्ट्री को घेर रखा था.
लोगों ने किया तोड़फोड़
अवध ऑक्सीजन प्राइवेट लिमिटेड प्लान्ट मैनेजर केसी उपाध्याय का कहना है जो भी लोग अवध ऑक्सीजन पॉइंट पर ऑक्सीजन लेने आ रहे हैं. उनके जो मरीज हैं घर पर गंभीर अवस्था में हैं. जिनके घर में परेशानियां हैं वही यहां पर ऑक्सीजन लेने आते हैं. अगर यहां से ऑक्सीजन नहीं दिया जाता है तो जनता तोड़फोड़ पर आमादा हो जाती है. हम कंट्रोल नहीं कर पा रहे हमे सिक्योरिटी दी जाए. या तो प्रशासन कंट्रोल करें या तो हमें इंस्पेक्शन दिया जाए कि हम क्या करें.
इस मामले पर डीसीपी मध्य सोमेन वर्मा ने बताया है कि आलमबाग के औद्योगिक इलाके में ऑक्सीजन प्राइवेट लिमिटेड प्लान्ट है. जहां पर आज भारी संख्या में लोग पहुंचे थे, क्योंकि इस समय उन लोगों के मरीज काफी गंभीर स्थिति में बताए जा रहे हैं. जिन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर न मिलने के कारण हंगामा किया था. मौके पर पहुंचकर लोगों समझा बुझा कर शांत कराया गया है.