लखनऊ: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर विपक्ष ने जमकर प्रदर्शन किया. लखनऊ में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना, नेता विधान परिषद दीपक सिंह और विधायक नरेश सैनी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा से विधान भवन तक पैदल कूच किया तो वहीं सपा के कार्यकर्ताओं ने भी हाथों में टेनी की बर्खास्तगी की तख्ती लिए जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान विपक्ष ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की.
कांग्रेस पार्टी लगातार मोदी सरकार से गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग कर रही है, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से किसी भी तरह की कार्रवाई न किए जाने को लेकर कांग्रेस के नेता काफी नाराज हैं. गुरुवार को कांग्रेस ने प्रदेशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया था और लखनऊ में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में तमाम नेता और कार्यकर्ता सड़क पर प्रदर्शन करने उतरे. जीपीओ से जैसे ही वे विधान भवन तक पैदल कूच करने के लिए बढ़े वैसे ही पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन कांग्रेसियों की जिद के आगे पुलिस की एक भी न चली. इस दौरान पुलिस और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा और नेता विधान परिषद दीपक सिंह से तीखी झड़प भी हुई. कार्यकर्ताओं से पुलिस के बर्ताव से नाराज एमएलसी दीपक सिंह ने साफ तौर पर पुलिस की इस कार्यशैली पर सख्त नाराजगी भी जाहिर की.
इस दौरान नेता विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाई थी और यह एसआईटी की जांच में तय हो गया है. बावजूद इसके केंद्र सरकार अभी तक अपने इस मंत्री को बचाने में जुटी हुई है. कांग्रेस पार्टी लगातार सरकार से मांग कर रही है. कि अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त किया जाए. जब तक मंत्री को बर्खास्त नहीं किया जाता तब तक कांग्रेस पार्टी संघर्ष करती रहेगी. उन्होंने आज प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्यशैली की कड़ी निंदा भी की. उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल भी सही नहीं हुआ.
कांग्रेस के नेता और विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को हरहाल में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करना चाहिए, लेकिन अभी तक सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. कांग्रेस शुरू से ही मंत्री की बर्खास्तगी की मांग करती रही है और उसी क्रम में कल भी विधान भवन पर प्रदर्शन किया गया था और आज भी प्रदर्शन किया जा रहा है. जब तक सरकार अपने इस मंत्री पर कार्रवाई नहीं करती है तब तक कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरती रहेगी, आंदोलन करती रहेगी.
आज प्रदेश भर में आंदोलन किया जा रहा है. विधान भवन तक कूच करने के दौरान पुलिस से हुई नोकझोंक पर एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि जिस तरह प्रदेश का मुखिया अलोकतांत्रिक है. वैसे ही उसकी पुलिस भी अलोकतांत्रिक है. पुलिस का रवैया बिल्कुल भी सही नहीं है. कांग्रेस पार्टी पुलिस की इस कार्यशैली की कड़ी भर्त्सना करती है.
सपा का प्रदर्शन
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन आज गुरुवार को जैसे ही विधानसभा व विधान परिषद सदन की कार्यवाही शुरू हुई, वैसे ही समाजवादी और कांग्रेस के सदस्यों ने वेल में आकर जोरदार हंगामा करते हुए प्रदर्शन किया. समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के नेतृत्व में सपा सदस्यों ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना में अब तो एसआईटी की रिपोर्ट आ गई है, जिसमें सोची समझी साजिश बताई गई है कि अब केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को तत्काल बर्खास्त किया जाए और इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की. विधान परिषद में सपा सदस्य राजेश यादव राजू सहित अन्य सदस्यों ने भी प्रदर्शन किया. इससे पहले सपा सदस्यों ने किसानों पर जीप चढ़ाते हुए पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया.
समाजवादी पार्टी के सदस्य राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि विधान परिषद में सदस्यों ने मांग की है कि लखीमपुर घटना भाजपा सरकार पर कलंक है. केंद्र सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करते हुए उन्हें पद से हटाना चाहिए.
दरअसल, लखीमपुर खीरी में पत्रकारों ने जब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी से एसआईटी जांच के बाद बेटे आशीष मिश्रा पर हत्या का मुकदमा चलने का सवाल पूछा तो वह भड़क उठे थे. उन्होंने पत्रकारों से अभद्रता की थी. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. आरोप है कि एक पत्रकार का तो मंत्री जी ने मोबाइल तक छीन लिया था, साथ ही वीडियो डिलीट कराने का दबाव बनाने लगे. साथ ही मंत्री गुस्से में पत्रकारों से कहने लगे क्या पूछना चाहते हो...पूछो. लखीमपुरी खीरी कांड (lakhimpur kheri violence case ) के आरोपी बेटे को वे निर्दोष बताते रहे.
यह बोले थे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री...
अरे फोन बंद कर बे...दिमाग खराब है. पूछो...हां पूछो...चार्जशीट लग गई है...एसआईटी ने लगाई है....जाओ उसी से पूछो न. ऐसे..यही तुम्हारे मीडिया वाले हैं न....एक निर्दोष आदमी को फंसाया...शर्म नहीं आती है... देखिए कितने गंदे लोग है...अस्पताल है ये सब नहीं दिखाई नहीं दे रहा है...ये नहीं दिखाई दे रहा है...ये नहीं दिखाई दे रहा है. क्या पूछना चाहते हो...क्या जानना चाहते हो... क्या पूछना चाहते हो...क्या जानना चाहते हो...एसआईटी से नहीं पूछ पाए.
कहीं गुस्से की यह वजह तो नहीं...
लखीमपुर खीरी कांड को लेकर एसआईटी ने अपनी जांच में पाया है कि किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी. एसआईटी ने अब आरोपियों पर लगाई गई धाराएं भी बदल दी हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर अब गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा.
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