लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपना जनाधार मजबूत करने के लिए बेरोजगारी को मुद्दा बनाएगी. रायबरेली में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान तय किया गया कि कांग्रेस कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी और कॉलेज स्तर पर राजनीतिक कार्यक्रमों के जरिए युवाओं को रोजगार की गारंटी उपलब्ध कराएंगे.
केंद्र और प्रदेश की सरकार बेरोजगारी की समस्या से निपटने में नाकाम
कांग्रेस का मानना है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार बेरोजगारी की समस्या से निपटने में पूरी तरह नाकाम रही है, बल्कि पहले से मौजूद रोजगार ढांचे को भी तहस-नहस कर दिया है. यही वजह है कि देश में बेरोजगारी का स्तर बीते 45 सालों में सबसे ज्यादा है. इसी को मुद्दा बनाकर कांग्रेस अब विश्वविद्यालय और महाविद्यालय स्तर पर युवाओं के बीच राजनीतिक कार्यक्रमों की शुरुआत करेगी. इसके तहत युवाओं को इस बात के लिए तैयार किया जाएगा कि वे रोजगार को लेकर अपना हक मांगें और सरकार को रोजगार गारंटी कानून लागू करने के लिए बाध्य करें.
इसे भी पढ़ें:- अमेठी पहुंचीं प्रियंका गांधी, जोरदार हुआ स्वागत
2022 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर मिलेगा युवाओं को रोजगार
कांग्रेस अपने कार्यक्रमों में युवाओं को इस बात का भरोसा दिलाएगी कि 2022 में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रत्येक ऐसे युवाओं को रोजगार जरूर दिया जाएगा, जो महाविद्यालय या यूनिवर्सिटी से अपनी शिक्षा पूरी कर रहा है. कांग्रेस का मानना है कि मनरेगा के तहत उसने ग्रामीण क्षेत्र में अशिक्षित और कम पढ़े लिखे वर्ग को रोजगार गारंटी की सुविधा दी, इसी तर्ज पर अब पढ़े-लिखे युवाओं को भी रोजगार की गारंटी सरकार से मिलनी चाहिए. इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस प्रदेश समेत पूरे देश में अपना राजनीतिक जनाधार बढ़ाने की तैयारी कर रही है. रायबरेली के प्रशिक्षण शिविर में इस मुद्दे पर टीम प्रियंका गांधी ने गहन विचार मंथन किया है.