लखनऊ : उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में करीब 160 से ज्यादा आउटसोर्सिंग पर रखे गए कंप्यूटर ऑपरेटर को सैलरी नहीं मिली है. सोमवार को प्रदेश भर से सैकड़ों की संख्या में कंप्यूटर ऑपरेटर उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के निदेशालय पहुंच गए. निदेशक के ऑफिस में न होने की वजह से उनकी मुलाकात ज्वाॅइंट डायरेक्टर एसएन पांडेय से हुई. उन्होंने जल्द ही सैलरी जारी करने आश्वासन दिया हैं.
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटरों का कहना है कि दीपावली के एक दिन पहले हम सभी 160 से ज्यादा कंप्यूटर ऑपरेटर के मेल पर नई कंपनी के द्वारा जॉइनिंग लेटर भेजा गया था. हालांकि लेटर में सैलरी दिए जाने को लेकर कोई भी आश्वासन नहीं दिया गया. आउटसोर्सिंग कंप्यूटर ऑपरेटर में कुछ 2015 से कार्यरत हैं. कुछ की जॉइनिंग 2020 में हुई थी. नई कंपनी के टेंडर प्रणाली की वजह से 160 से ज्यादा कंप्यूटर ऑपरेटर की सैलरी बीते 11 महीने से फंसी हुई है.
अल्पसंख्यक विभाग का अभी कहना है कि इस बार कंप्यूटर ऑपरेटर को लेकर कोई भी बजट नहीं जारी किया गया है. जिसकी वजह से संविदाकर्मियों की सैलरी रोक दी गई है. कर्मियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कल्याण, निदेशालय में पहुंचे सैकड़ों की संख्या में कंप्यूटर ऑपरेटर ने जब सैलरी दिलाए जाने की मांग रखी, तो यह कहा गया मौजूदा समय में तुरंत सैलरी मिलना मुश्किल है. जॉइंट डायरेक्टर एसएन पांडेय ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से बजट नहीं आया है. प्रदेश स्तर की इसमें कोई भी गलती नहीं है. हम प्रयास कर रहे हैं कि जल्दी सभी कर्मियों को सैलरी दी जाएगी.
मदरसों में खेल-कूद प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएंगी
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा है कि मदरसों के बच्चों के सर्वांगीर्ण विकास के लिए खेल-कूद की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके लिए प्रदेश के समस्त मदरसों में दिनांक 22 नवंबर से 30 नवंबर तक खेल-कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा. उन्होंने कहा कि मदरसों के बच्चों के लिए जितनी आवश्यक आधुनिक शिक्षा है उतनी ही जरूरी खेल-कूद की गतिविधियां भी हैं. खेल-कूद के माध्यम से बच्चे शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक रूप से अधिक मजबूत होंगे. खेल से हमें स्थिरता, धैर्य, ध्यान, और टीमवर्क कौशल विकसित करने में मदद करता है. खेल मन की चिंताओं और तनाव को कम करता है और मनोदशा को सकारात्मक बनाता है.
मदरसों की जांच में 20 करोड़ रुपये का घोटाला आया सामने, अल्पसंख्यक विभाग पर दबाव बना रहा मुफ्ती