लखनऊ: संचारी रोगों और दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण व इन रोगों के उचित उपचार के लिए 1 मार्च से यूपी के सभी जनपदों में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा. वही दस्तक रोगों पर नियंत्रण के लिए 10 मार्च से 24 मार्च तक सभी जनपदों में विशेष अभियान चलाया जाएगा.
संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के प्रति लोगों को जागरूक करने और समय पर इन रोगों का उपचार करने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है. संचारी रोगों पर नियंत्रण करने के लिए 1 मार्च से 31 मार्च तक अभियान चलाया जाएगा, तो वहीं 10 मार्च से 24 मार्च तक दस्तक अभियान के पहले चरण की शुरुआत प्रदेश के सभी जनपदों में की जाएगी.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियान के सफल संचालन के लिए सभी संबंधित विभागों को जानकारी दे दी गई है. संचालक से जुड़ी हुई सभी प्रक्रिया पूरी करने के लिए योजना के तहत सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को 25 फरवरी तक कहा गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि यह अभियान कार्य योजना के अनुसार ही चलाया जाएगा, जिससे कार्य का सही से आकलन किया जा सके.
1 मार्च से प्रदेश भर में चलेगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान
संचारी रोगों और दिमागी बुखार के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यूपी में अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है. यह अभियान 1 मार्च से 31 मार्च तक चलाया जाएगा.
लखनऊ: संचारी रोगों और दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण व इन रोगों के उचित उपचार के लिए 1 मार्च से यूपी के सभी जनपदों में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा. वही दस्तक रोगों पर नियंत्रण के लिए 10 मार्च से 24 मार्च तक सभी जनपदों में विशेष अभियान चलाया जाएगा.
संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के प्रति लोगों को जागरूक करने और समय पर इन रोगों का उपचार करने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है. संचारी रोगों पर नियंत्रण करने के लिए 1 मार्च से 31 मार्च तक अभियान चलाया जाएगा, तो वहीं 10 मार्च से 24 मार्च तक दस्तक अभियान के पहले चरण की शुरुआत प्रदेश के सभी जनपदों में की जाएगी.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियान के सफल संचालन के लिए सभी संबंधित विभागों को जानकारी दे दी गई है. संचालक से जुड़ी हुई सभी प्रक्रिया पूरी करने के लिए योजना के तहत सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को 25 फरवरी तक कहा गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि यह अभियान कार्य योजना के अनुसार ही चलाया जाएगा, जिससे कार्य का सही से आकलन किया जा सके.