लखनऊ : यातायात माह में कमिश्नरेट की लखनऊ पुलिस बेतरतीब यातायात को सुधारने के लिए अभियान चला रही है. कार्य योजना के तहत जिन चौराहों पर यातयात नियमों का पालन (follow traffic rules) सुनिश्चित नहीं हो पाता है, वहां पर विशेष फोकस कर रही है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात माह का पालन ही नहीं दिख रहा है. क्षेत्रों में प्रमुख चौराहों पर बेतरतीब ई रिक्शा व अन्य चार पहिया वाहन खड़े रहते हैं. इसके बावजूद पुलिस चौराहों पर सक्रिय नहीं दिख रही है. वहीं एक सीओ का कहना है कि इतना जाम तो चलता है.
यातायात माह का मकसद दुर्घटनाओं में कमी (reduction in accidents) और जाम की समस्या से छूटकारा दिलाना है. हालांकि यह अभियान केवल शहरों तक ही सीमित दिख रहा है. ग्रामीण क्षेत्र के मलिहाबाद थाने के लखनऊ हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग से माल जाने वाली सड़क और मलिहाबाद कस्बे को जाने वाली सड़क और चौराहे पर बेतरतीब खड़े ई रिक्शा और बड़े वाहन जाम का सबब बन रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस यातायात नियमों का पालन कराने मेंं कोई खास दिलचस्पी नहीं ले रही है.
मलिहाबाद कस्बा चौकी से चंद कदमों की दूरी पर बेतरतीब खड़े वाहनों से लोग अक्सर परेशान रहते हैं. रोजाना यहां लंबा जाम लगता है. इसके बावजूद चौकी पर बैठे पुलिसकर्मी जाम की समस्या की अनदेखी करते रहते हैं. माल रोड पर शुक्रवार को भी लंबा जाम लगा था. पुलिसकर्मी चौराहे किनारे कुर्सी डाले बैठे नजर आ रहे थे. इस संबंध में क्षेत्रधिकारी (Circle Officer Malihabad Yogendra Singh) मलिहाबाद योगेंद्र सिंह से कहा गया तो उन्होंने कहा कि यातायात माह चल रहा है, लेकिन इतना जाम तो चलता है, यह तो रोज का है.