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CM योगी ने 10 लाख श्रमिकों के खाते में भेजे 1 हजार रुपये

योगी सरकार ने 'डीबीटी' के माध्यम से श्रमिकों व कामगारों के खाते में एक हजार रुपये ट्रांसफर किए हैं. इसके तहत प्रदेश भर में 10 लाख 48 हजार 166 श्रमिकों को इसका लाभ मिला है.

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सीएम योगी
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Published : Jun 13, 2020, 11:25 AM IST

Updated : Jun 13, 2020, 12:17 PM IST

लखनऊ: सीएम योगी ने शनिवार से 'डीबीटी' के माध्यम से श्रमिकों व कामगारों के खाते में एक हजार रुपये ट्रांसफर किए. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में 'डीबीटी' के माध्यम से एक साथ यह धनराशि ट्रांसफर की गई. कार्यक्रम के दौरान यूपी के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और राज्यमंत्री राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण विजय कश्यप मौजूद रहे.

प्रदेश भर में 10 लाख 48 हजार 166 श्रमिक परिवारों को इसका लाभ मिला. इस योजना के तहत श्रमिकों व कामगारों के खाते में 104 करोड़ 82 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए. इससे पहले भी प्रदेश भर में 'डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर' के माध्यम से 611 करोड़ रुपये श्रमिकों के खातों में ट्रांसफर किए जा चुके हैं. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम के बाद सीएम योगी टीम-11 के साथ बैठक करेंगे.

लॉकडाउन में 12 से 15 लाख लोगों को मिला भोजन
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा रेस्क्यू का कार्य है. कामगारों और श्रमिकों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया गया. उनको हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य किया गया. लॉकडाउन प्रारंभ होने के साथ ही कम्युनिटी किचन के माध्यम से प्रतिदिन 12 से 15 लाख लोगों को भोजन पहुंचाने की व्यवस्था की गई. डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से घर-घर तक आवश्यक सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था की गई.

35 लाख कामगारों और श्रमिकों को दिया गया राशन किट
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के 35 लाख कामगार और श्रमिकों को पहले चरण में 15 दिन के राशन किट की व्यवस्था की गई. राशन किट में सभी प्रकार की सामग्रियां, जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, पांच किलो आलू, दो किलो भुना चना, दो किलो अरहर की दाल, 500 ग्राम नमक, ढाई सौ ग्राम मिर्ची, ढाई सौ ग्राम हल्दी, ढाई सौ ग्राम धनिया, एक लीटर रिफाइंड और सरसों का तेल उपलब्ध कराया गया.

श्रमिकों के लिए की गई यातायात की व्यवस्था
सीएम योगी ने कहा कि यूपी में बाहर से बहुत से लोग आए हैं. उनको घर तक पहुंचाने के लिए यातायात की व्यवस्था की गई. व्यवस्थाओं में कोई गड़बड़ी नहीं हुई. श्रमिकों को 1,600 से अधिक ट्रेनों के माध्यम से लाया गया. बसों के माध्यम से उन्हें घरों तक पहुंचाया गया. उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद उनको क्वारंटाइन सेंटर में रखने और खाने की व्यवस्था आदि की गई.

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में जितने भी कामगार और श्रमिक आए हैं, इन सबको रोजी-रोजगार के साथ जोड़ सकें, इसके लिए राजस्व विभाग ने इनकी स्किल मैपिंग का कार्य किया है. वित्त विभाग ने बैंकों के साथ बैठक करके इन्हें ऋण मुहैया कराकर रोजगार उपलब्ध कराने की कार्य योजना तैयार की है. सीएम योगी ने कहा कि आज श्रमिकों के खाते में एक हजार रुपये भेज रहे हैं. यह शासन की मंशा को दर्शाता है. पांच बार सफलतापूर्वक खाद्यान्न पहुंचाया गया. छठी बार राशन वितरण किया जा रहा है. एक लाख 26 हजार बेड उपलब्ध हैं.

श्रमिकों के हित में उठाये गए कदम
प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के हित में अनेक कदम उठाए हैं, जिसमें 14.6 करोड़ लोगों को पांच बार में कुल 36.40 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित किया गया. पहले 33 लाख 63 हजार दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता के लिए 1000 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से दिए गए, जिसमें कुल कुल 336 करोड़ 23 लाख रुपये वितरित किए गए. कम्युनिटी किचन के माध्यम से 6 करोड़ 50 लाख से अधिक फूड पैकेट का वितरण किया गया. मनरेगा में अब तक 43 लाख श्रमिकों को रोजगार दिया गया.

लखनऊ: सीएम योगी ने शनिवार से 'डीबीटी' के माध्यम से श्रमिकों व कामगारों के खाते में एक हजार रुपये ट्रांसफर किए. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में 'डीबीटी' के माध्यम से एक साथ यह धनराशि ट्रांसफर की गई. कार्यक्रम के दौरान यूपी के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और राज्यमंत्री राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण विजय कश्यप मौजूद रहे.

प्रदेश भर में 10 लाख 48 हजार 166 श्रमिक परिवारों को इसका लाभ मिला. इस योजना के तहत श्रमिकों व कामगारों के खाते में 104 करोड़ 82 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए. इससे पहले भी प्रदेश भर में 'डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर' के माध्यम से 611 करोड़ रुपये श्रमिकों के खातों में ट्रांसफर किए जा चुके हैं. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम के बाद सीएम योगी टीम-11 के साथ बैठक करेंगे.

लॉकडाउन में 12 से 15 लाख लोगों को मिला भोजन
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा रेस्क्यू का कार्य है. कामगारों और श्रमिकों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया गया. उनको हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य किया गया. लॉकडाउन प्रारंभ होने के साथ ही कम्युनिटी किचन के माध्यम से प्रतिदिन 12 से 15 लाख लोगों को भोजन पहुंचाने की व्यवस्था की गई. डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से घर-घर तक आवश्यक सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था की गई.

35 लाख कामगारों और श्रमिकों को दिया गया राशन किट
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के 35 लाख कामगार और श्रमिकों को पहले चरण में 15 दिन के राशन किट की व्यवस्था की गई. राशन किट में सभी प्रकार की सामग्रियां, जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, पांच किलो आलू, दो किलो भुना चना, दो किलो अरहर की दाल, 500 ग्राम नमक, ढाई सौ ग्राम मिर्ची, ढाई सौ ग्राम हल्दी, ढाई सौ ग्राम धनिया, एक लीटर रिफाइंड और सरसों का तेल उपलब्ध कराया गया.

श्रमिकों के लिए की गई यातायात की व्यवस्था
सीएम योगी ने कहा कि यूपी में बाहर से बहुत से लोग आए हैं. उनको घर तक पहुंचाने के लिए यातायात की व्यवस्था की गई. व्यवस्थाओं में कोई गड़बड़ी नहीं हुई. श्रमिकों को 1,600 से अधिक ट्रेनों के माध्यम से लाया गया. बसों के माध्यम से उन्हें घरों तक पहुंचाया गया. उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद उनको क्वारंटाइन सेंटर में रखने और खाने की व्यवस्था आदि की गई.

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में जितने भी कामगार और श्रमिक आए हैं, इन सबको रोजी-रोजगार के साथ जोड़ सकें, इसके लिए राजस्व विभाग ने इनकी स्किल मैपिंग का कार्य किया है. वित्त विभाग ने बैंकों के साथ बैठक करके इन्हें ऋण मुहैया कराकर रोजगार उपलब्ध कराने की कार्य योजना तैयार की है. सीएम योगी ने कहा कि आज श्रमिकों के खाते में एक हजार रुपये भेज रहे हैं. यह शासन की मंशा को दर्शाता है. पांच बार सफलतापूर्वक खाद्यान्न पहुंचाया गया. छठी बार राशन वितरण किया जा रहा है. एक लाख 26 हजार बेड उपलब्ध हैं.

श्रमिकों के हित में उठाये गए कदम
प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के हित में अनेक कदम उठाए हैं, जिसमें 14.6 करोड़ लोगों को पांच बार में कुल 36.40 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित किया गया. पहले 33 लाख 63 हजार दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता के लिए 1000 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से दिए गए, जिसमें कुल कुल 336 करोड़ 23 लाख रुपये वितरित किए गए. कम्युनिटी किचन के माध्यम से 6 करोड़ 50 लाख से अधिक फूड पैकेट का वितरण किया गया. मनरेगा में अब तक 43 लाख श्रमिकों को रोजगार दिया गया.

Last Updated : Jun 13, 2020, 12:17 PM IST
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