लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण के एसिंप्टोमेटिक लक्षण के मरीजों को घर में आइसोलेट रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के नए मरीज जिनमें लक्षण नहीं है या फिर एसिंप्टोमेटिक हैं वो खुद को अपने घर में आइसोलेट रखें. साथ ही उन्होंने प्रशासन को निर्देशित किया है कि होम आइसोलेशन के दौरान ऐसे मरीजों के संपर्क में रहकर उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएं जिससे उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बेलगाम होता जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इससे नहीं बच पाए हैं. बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 20,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. वहीं अकेले लखनऊ में 5400 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. राजधानी में संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए बेड नहीं मिल पा रहे हैं.
साथ में मृतकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. श्मशान घाट पर 24 घंटे शव जल रहे हैं.
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यूपी के इन शहरों में है सबसे ज्यादा केस
यूपी में सबसे ज्यादा केस लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी में आ रहे हैं. इन शहरों में हाल-बेहाल हैं. अस्पतालों में बेड कम पड़ गए हैं. सरकार का कहना है कि यह युद्धस्तर पर बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. बेड बढ़ाने का काम जोरों पर है. प्रदेश सरकार ने लोगों से अपील की है कि अगर वे कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और वे घर पर आइसोलेट हो सकते हैं तो वे अस्पताल न आएं. घर पर ही आइसोलेशन में रहें. जिला प्रशासन को निर्देश हैं कि सेल्फ आइसोलेशन वाले मरीजों के संपर्क में रहें और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेते रहें.