लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कृषि संस्थान रहमान खेड़ा में 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' के रूप में विकसित की जाने वाली परियोजना का शिलान्यास किया. इस अवसर पर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि राज्य मंत्री राघवेंद्र सिंह भी मौजूद रहे.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 2278. 88 लाख रुपए की लागत से सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किए जाने वाली परियोजना का शिलान्यास किया. साथ ही 5276.13 लाख की राजकीय कृषि क्षेत्रों के रूप में विकसित किए जाने वाली योजनाओं का भी शिलान्यास किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में देश ने अभूतपूर्व प्रगति की है. किसानों की आमदनी दुगुनी हुई है. इस अवसर पर सभी किसान भाइयों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं. उन्होंने कहा किसान को समय पर खाद बीज और पानी और उपज की सही लागत मिले, ऐसा कार्य केंद्र सरकार ने किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों का 1 लाख तक का कर्ज माफ किया है.
सीएम ने कहा कि इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 1840 रुपए रखा गया है. किसान से सीधआ गेहूं खरीदेंगे और उसका पैसा आरटीजीएस के माध्यम से किसानों के खाते में 48 घंटे में पहुंच जाएगा. वहीं उन्होंने गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान के बारे में भी पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि जब प्रदेश सरकार बनी सबसे पहले गन्ना किसानों के बकाए की तरफ ध्यान गया.
उन्होंने कहा कि सम्मान निधि योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष किसान के खातों में 6000 रूपये भेजा जाएगा जो 3 किस्तों में किसान के सीधे खाते में जाएगा.