ETV Bharat / state

सीएम योगी ने टीम-11 के साथ की बैठक, दिए दिशा-निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-11 के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक की. इस दौरान उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

chief minister yogi adityanath
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
author img

By

Published : Apr 25, 2021, 12:52 PM IST

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भी टीम-11 के साथ वर्चुअल बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 35 हजार 614 नए मामले सामने आए हैं. जबकि 25 हजार 633 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं. प्रदेश में अब तक 7.77 लाख से अधिक लोग कोविड संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद स्थिति 'दवाई भी-कड़ाई भी' के सूत्र को प्रभावी ढंग से अमल में लाने का परिणाम है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के निःशुल्क टीकाकरण का निर्णय लेने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश है. साथ ही निर्दश दिया कि एक मई से प्रारंभ हो रहे इस वृहद टीकाकरण अभियान के संबंध में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं.

मुख्यमंत्री ने टीम इलेवन को दिए ये निर्देश

  • 50-50 लाख डोज का ऑर्डर दोनों स्वदेशी वैक्सीन निर्माता कंपनियों को भेज दिया गया है. इसके अतिरिक्त भारत सरकार द्वारा वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई जाएगी. इस संबंध में व्यापक कार्ययोजना तैयार कर ली जाए. वैक्सीन वेस्टेज न हो, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित करें.
  • डीआरडीओ के सहयोग से लखनऊ और वाराणसी में स्थापित कराए जा रहे सर्वसुविधायुक्त कोविड हॉस्पिटल अति शीघ्र क्रियाशील हो जाएगा. स्वास्थ्य विभाग सम्बंधित अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर डीआरडीओ को सभी आवश्यक संसाधन मुहैया कराए. इन अस्पतालों के संचालन से प्रदेश के चिकित्सा संसाधन और सुदृढ़ होंगे.
  • कोई भी निजी अथवा सरकारी अस्पताल किसी भी कोविड मरीज के उपचार से इनकार नहीं कर सकता. नियमानुसार सरकार इनके उपचार का खर्च वहन करेगी, लेकिन मरीज को तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए. एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव आए लोगों को समुचित इलाज उपलब्ध कराया जाए.
  • आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ और आईआईटी बीएचयू के सहयोग से ऑक्सीजन की ऑडिट कराने की कार्रवाई कराई जाए. इसी प्रकार, लखनऊ के एकेटीयू, गोरखपुर में एमएमएमयूटी, कानपुर में एचबीटीयू और प्रयागराज में एमएनआईटी से संपर्क स्थापित कर ऑक्सीजन ऑडिट कार्य में सहयोग लिया जाए. इन संस्थानों को इनके समीपस्थ अलग-अलग जिले आवंटित कर ऑडिट कराया जाए. ऑक्सीजन मांग-आपूर्ति-वितरण की लाइव ट्रैकिंग कराने की व्यवस्था लागू हो गई है. इसे प्रभावी बनाया जाए.

ये भी पढ़ें: IIM और IIT से निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन ऑडिट कराएगी सरकार

  • यह युद्धस्तर पर किए गए प्रयासों का ही नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों की तरह हाहाकार की स्थिति नहीं है. ऑक्सीजन आपूर्ति सामान्य है. भारत सरकार ने प्रदेश का आवंटन बढ़ाया है. इसकी आपूर्ति यथाशीघ्र प्रदेश में कराई जाए. ऑक्सीजन एक्सप्रेस जैसे अभिनव सहयोग से बड़ा लाभ हुआ है. ऑक्सीजन एयरलिफ्ट भी कराई जा रही है. निजी हो या सरकारी, किसी कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन का अभाव नहीं है.
  • ऑक्सीजन टैंकरों की संख्या बढ़ाए जाने की जरूरत है. परिवहन विभाग इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करें. इसके अलावा, टैंकरों की आपूर्ति के लिए भारत सरकार से भी सहयोग प्राप्त किया जाए.
  • प्रदेश के 100 बेड से अधिक क्षमता वाले सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की कार्रवाई तेजी से आगे बढ़ाई जाए. यह शासन की शीर्ष प्राथमिकता का कार्य है.

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भी टीम-11 के साथ वर्चुअल बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 35 हजार 614 नए मामले सामने आए हैं. जबकि 25 हजार 633 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं. प्रदेश में अब तक 7.77 लाख से अधिक लोग कोविड संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद स्थिति 'दवाई भी-कड़ाई भी' के सूत्र को प्रभावी ढंग से अमल में लाने का परिणाम है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के निःशुल्क टीकाकरण का निर्णय लेने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश है. साथ ही निर्दश दिया कि एक मई से प्रारंभ हो रहे इस वृहद टीकाकरण अभियान के संबंध में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं.

मुख्यमंत्री ने टीम इलेवन को दिए ये निर्देश

  • 50-50 लाख डोज का ऑर्डर दोनों स्वदेशी वैक्सीन निर्माता कंपनियों को भेज दिया गया है. इसके अतिरिक्त भारत सरकार द्वारा वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई जाएगी. इस संबंध में व्यापक कार्ययोजना तैयार कर ली जाए. वैक्सीन वेस्टेज न हो, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित करें.
  • डीआरडीओ के सहयोग से लखनऊ और वाराणसी में स्थापित कराए जा रहे सर्वसुविधायुक्त कोविड हॉस्पिटल अति शीघ्र क्रियाशील हो जाएगा. स्वास्थ्य विभाग सम्बंधित अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर डीआरडीओ को सभी आवश्यक संसाधन मुहैया कराए. इन अस्पतालों के संचालन से प्रदेश के चिकित्सा संसाधन और सुदृढ़ होंगे.
  • कोई भी निजी अथवा सरकारी अस्पताल किसी भी कोविड मरीज के उपचार से इनकार नहीं कर सकता. नियमानुसार सरकार इनके उपचार का खर्च वहन करेगी, लेकिन मरीज को तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए. एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव आए लोगों को समुचित इलाज उपलब्ध कराया जाए.
  • आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ और आईआईटी बीएचयू के सहयोग से ऑक्सीजन की ऑडिट कराने की कार्रवाई कराई जाए. इसी प्रकार, लखनऊ के एकेटीयू, गोरखपुर में एमएमएमयूटी, कानपुर में एचबीटीयू और प्रयागराज में एमएनआईटी से संपर्क स्थापित कर ऑक्सीजन ऑडिट कार्य में सहयोग लिया जाए. इन संस्थानों को इनके समीपस्थ अलग-अलग जिले आवंटित कर ऑडिट कराया जाए. ऑक्सीजन मांग-आपूर्ति-वितरण की लाइव ट्रैकिंग कराने की व्यवस्था लागू हो गई है. इसे प्रभावी बनाया जाए.

ये भी पढ़ें: IIM और IIT से निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन ऑडिट कराएगी सरकार

  • यह युद्धस्तर पर किए गए प्रयासों का ही नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों की तरह हाहाकार की स्थिति नहीं है. ऑक्सीजन आपूर्ति सामान्य है. भारत सरकार ने प्रदेश का आवंटन बढ़ाया है. इसकी आपूर्ति यथाशीघ्र प्रदेश में कराई जाए. ऑक्सीजन एक्सप्रेस जैसे अभिनव सहयोग से बड़ा लाभ हुआ है. ऑक्सीजन एयरलिफ्ट भी कराई जा रही है. निजी हो या सरकारी, किसी कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन का अभाव नहीं है.
  • ऑक्सीजन टैंकरों की संख्या बढ़ाए जाने की जरूरत है. परिवहन विभाग इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करें. इसके अलावा, टैंकरों की आपूर्ति के लिए भारत सरकार से भी सहयोग प्राप्त किया जाए.
  • प्रदेश के 100 बेड से अधिक क्षमता वाले सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की कार्रवाई तेजी से आगे बढ़ाई जाए. यह शासन की शीर्ष प्राथमिकता का कार्य है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.