लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को दिल्ली में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. मुख्यमंत्री डिफेंस एक्सपो 2020 की तैयारियों के लिए आयोजित बैठक में शामिल हुए. डिफेंस एक्सपो की तैयारियों को लेकर सीएम योगी की रक्षामंत्री से चर्चा हुई. डिफेंस एपेक्स कमेटी की बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी समेत तीनों सेनाओं के प्रमुख और यूपी के मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी समेत अन्य महत्वपूर्ण लोग शामिल हुए.
बता दें कि आगामी फरवरी में लखनऊ में डिफेंस एक्सपो का आयोजन किया जाएगा. लखनऊ में डिफेंस एक्सपो का आयोजन किए जाने को लेकर योगी सरकार को तैयारियां करनी है. रक्षा मंत्री से सीएम योगी की यूपी के विकास को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. मोदी सरकार ने यूपी में पहले ही डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा कर रखी है. बुंदेलखंड में बनने वाले डिफेंस कॉरिडोर का पूरा प्रोजेक्ट करीब 20 हजार करोड़ का है. सीएम योगी रात्रि विश्राम दिल्ली में ही करेंगे. इसके बाद वह मंगलवार सुबह 10:30 बजे लखनऊ लौटेंगे.
इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ में प्रस्तावित डिफेन्स एक्सपो अब तक का सबसे बेहतरीन एक्सपो होगा. उन्होंने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टर्स समिट एवं प्रवासी भारतीय दिवस का सफल आयोजन किया गया, उसी प्रकार डिफेन्स एक्सपो भी शानदार और अब तक का सबसे अच्छा एक्सपो होगा. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि इस आयोजन के सम्बन्ध में रक्षा मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारीगण नियमित रूप से बैठके करते रहें, ताकि समयबद्ध तरीके से सभी कार्य पूरे हो सकें.
अब तक का सबसे भव्य और अच्छा आयोजन होगा डिफेन्स एक्सपो
वहीं सीएम योगी ने आश्वस्त किया कि डिफेन्स एक्सपो के सफल आयोजन में राज्य सरकार भरपूर सहयोग करेगी. नोडल अधिकारीगण आपस में बेहतर संवाद स्थापित कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि माह के अंत तक रक्षा मंत्रालय को साइट उपलब्ध करा दी जाएगी. साथ ही उन्होंने रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से कहा कि मध्य अक्टूबर तक जो भी कार्रवाई की जानी है, प्रदेश सरकार को उपलब्ध करा दी जाए.
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में डिफेन्स कॉरीडोर के लिए छह नोड चिन्हित हैं और लगभग 3000 एकड़ जमीन उपलब्ध है. डिफेन्स एक्सपो में जो भी निवेषक इच्छुक होंगे, उन्हें इस क्षेत्र की साइट विजिट करा दी जाएगी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से डिफेन्स एण्ड एयरोस्पेस पॉलिसी लागू की जा चुकी है. उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि प्रस्तावित डिफेन्स एक्सपो अब तक का सबसे भव्य और अच्छा आयोजन होगा.
उन्होंने बताया कि लखनऊ में अगले साल पांच फरवरी से आठ फरवरी तक रक्षा उत्पादों का सबसे बड़ा मेला प्रस्तावित है. 11वें डिफेन्स एक्सपो इंडिया-2020 का आयोजन लखनऊ में किया जाएगा. इसकी थीम 'भारत: उभरता हुआ रक्षा विनिर्माण केन्द्र' रखा गया है. डिफेन्स सेक्टर में तेजी से उभरते उत्तर प्रदेश में आयोजित किए जाने वाले इस मेले में दुनिया भर के अत्याधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. डिफेन्स एक्सपो में दुनिया भर के रक्षा उद्योगों के प्रतिनिधि, रक्षा सामग्री निर्माण कंपनियों के साथ-साथ घरेलू कंपनियां भी हिस्सा लेंगी. यह प्रदर्शनी रक्षा क्षेत्र में निवेष के लिए उत्तर प्रदेश को उभरते हुए आकर्षक स्थल के रूप में स्थापित करेगी.
पहली बार लखनऊ करेगा डिफेन्स एक्सपो की मेजबानी
बता दें कि यह पहला मौका है जब लखनऊ डिफेन्स एक्सपो की मेजबानी करेगा. इसमें बड़ी संख्या में विदेशी प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. डिफेन्स एक्सपो में विदेशी और स्वदेशी कंपनियां अपने आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन करेंगी. डिफेन्स एक्सपो भारतीय रक्षा उद्योग के लिए अपनी क्षमता व निर्यात की संभावनााओं के प्रदर्शन का बेहतरीन मौका होगा. यूपी में रक्षा उद्योगों के लिए मजबूत आधारभूत ढांचा उपलब्ध है.
उत्तर प्रदेश में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की चार इकाइयां लखनऊ, कानपुर, कोरवा (अमेठी) और नैनी (प्रयागराज) में जबकि नौ आयुध निर्माण इकाइयां और एक सार्वजनिक क्षेत्र का रक्षा उपक्रम भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड गाजियाबाद में स्थित है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर में आगरा, अलीगढ़, चित्रकूट, लखनऊ, झांसी और कानपुर को चिन्हित किया गया है. इन सभी छह नोड्स के लिए 5071.19 हेक्टेयर भूमि प्रस्तावित है. सभी छह नोड्स में चरणबद्ध तरीके से भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है.