लखनऊ: ‘हर घर जल’ योजना समय से पूरी की जाएगी. इस योजना के तहत हर एक घर में पानी का कनेक्शन पहुंचाया जाएगा. यह बातें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर कहीं. मुख्यमंत्री आवास पर वह केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ प्रदेश में संचालित परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे. इस अवसर पर ‘जल जीवन मिशन’ व ‘नमामि गंगे’ संबंधित परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई. गौरतलब है कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत ही प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर हर घऱ जल योजना शुरू की गई है. समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हर घर जल’ योजना समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरी होगी. उन्होंने कहा कि पेयजल योजनाओं के माध्यम से जलापूर्ति ‘ईज़ आफ लिविंग’ के लिए आवश्यक है. शुद्ध पेयजल से बीमारियों को भी दूर करने में मदद मिलती है.
ठोस योजना बनाकर शुरू हो काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड तथा विन्ध्य क्षेत्र की पूरी आबादी, आर्सेनिक-फ्लोराइड तथा जेई /एईएस से प्रभावित क्षेत्र और 8 आकांक्षात्मक जनपदों में ‘जल जीवन मिशन’ के तहत काम चल रहा है. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत प्रदेश के सभी क्षेत्रों में एक साथ ठोस योजना बनाकर काम शुरू किया जाए.
पेयजल योजनाओं को गति
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पेयजल योजनाएं पूरी हो चुकी हैं या पूरी होने वाली हैं, उनमें तेजी से कनेक्शन देने का काम किया जाए. उन्होंने पेयजल परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक मानव संसाधन को व्यापक पैमाने पर प्रशिक्षण दिए जाने की व्यवस्था किए जाने की बात कही.
2022 तक हर हाल में पेयजल आपूर्ति करने का लक्ष्य
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2022 तक पूरे प्रदेश में हर हाल में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इन लक्ष्यों को समय से पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि ‘जल जीवन मिशन’ की परियोजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी.
राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं के लिए भी संवेदनशील
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण और दुरूह क्षेत्र के निवासियों की समस्याओं के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है. स्वच्छ पेयजल हर नागरिक का अधिकार है. राज्य सरकार की ओर से केन्द्र सरकार के सहयोग से हर घर स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है.
केंद्र सरकार का पूरा सहयोगः शेखावत
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि ठोस रणनीति बनाकर पूरे प्रदेश में ‘जल जीवन मिशन’ की योजनाओं को एक साथ संचालित करने की दिशा में काम किया जाएगा, जिससे समय से लक्ष्यों को प्राप्त करने में सुगमता होगी. प्रधानमंत्री ने ‘हर घर जल’ योजना के माध्यम से पेयजल आपूर्ति का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे वर्ष 2022 तक पूर्ण कराए जाने का कार्य किया जा रहा है. इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से पूरा सहयोग दिया जा रहा है.
गंगा के किनारे पर्यटन को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री के साथ ‘नमामि गंगे’ परियोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इसके तहत सभी स्वीकृत परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. गंगा जी के किनारे के क्षेत्रों में फलदार वृक्षों और आर्गेनिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. गंगा पार्क और गंगा नर्सरी तैयार की जा रही है. गंगा जी के किनारे पर्यटन, संस्कृति व खेल संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है. नदियों को पुनर्जीवित किया गया है. केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री ने ‘नमामि गंगे’ के तहत प्रदेश में संचालित परियोजनाओं के संबंध में प्रदेश व केंद्र सरकार के अधिकारियों द्वारा समन्वय करते हुए तेजी से कार्य किए जाने की बात कही. उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी को काॅफी टेबल बुक भी भेंट की.
बैठक में ये अधिकारी भी थे उपस्थित
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डाॅ.महेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, केन्द्रीय सचिव जल शक्ति मंत्रालय यूपी सिंह, केन्द्रीय अपर सचिव जल शक्ति मंत्रालय भरत लाल, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा, प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जल संसाधन अनुराग श्रीवास्तव, अपर मुख्य ,सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश, अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास दीपक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.