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ट्रेनों में सक्रिय हुए जहरखुरान, जीआरपी और आरपीएफ चलाएंगी विशेष अभियान

रेलवे की ओर से लॉकडाउन के दोबारा अपनी सुविधा शुरू किए जाने के साथ ही विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर जहरखुरान भी सक्रिय हो गए हैं. हालांकि इन जहरखुरानों पर लगाम लगाने के लिए आरपीएफ और जीआरपी की ओर से तमाम अभियान चलाए जाने की बात कही जा रहा है.

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Published : Nov 1, 2020, 2:07 PM IST

भारतीय रेलवे
भारतीय रेलवे

लखनऊ: कोरोना के चलते लॉकडाउन में ट्रेनों के बंद रहने से जहरखुरानी की घटनाएं भी पूरी तरह से बंद हो गई थीं. वहीं अनलॉक लागू होने के बाद रेलवे ने जब धीरे-धीरे ट्रेनों का संचालन शुरू किया और रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी शुरू की, वैसे ही जहरखुरान भी सक्रिय होकर ट्रेन के अंदर जहरखुरानी की घटनाओं को अंजाम देने लगे हैं. त्योहारों के इस मौसम में जब यात्री काफी सामान लेकर अपने साथ चलेंगे तो यह जहरखुरान उन्हें अपनी बातों में उलझाकर जहर खुरानी का शिकार बनाएंगे. हालांकि आरपीएफ और जीआरपी ने ट्रेनों में जहरखुरानी की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने के लिए टीम का गठन करना शुरू कर दिया है.

चुनौती पेश कर रहे जहरखुरान

मार्च माह में कोरोना के कारण सभी ट्रेनें बंद कर दी गई थीं. सिर्फ प्रवासी श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन हुआ था. एक जून से रेलवे ने देश भर में 200 ट्रेनों का संचालन शुरू किया और 12 सितंबर से ट्रेनों की संख्या में इजाफा किया. लॉकडाउन में ट्रेनों के अंदर जहरखुरानी की घटनाएं लगभग शून्य हो गईं, लेकिन अब ट्रेनों की संख्या बढ़ने के साथ ही जहरखुरान भी घटनाओं को अंजाम देने लगे हैं और जीआरपी के साथ ही आरपीएफ के सामने चुनौती भी पेश कर रहे हैं.

इनके साथ हुई घटना

एलटीटी से गोरखपुर के बीच चलने वाली एलटीटी-गोरखपुर एक्सप्रेस (02542) ट्रेन के शयनयान कोच में यात्रा करने वाले यात्री समर्थ ने सोशल मीडिया पर शिकायत दर्ज कराई है. समर्थ का कहना है कि तीन दिन पहले लखनऊ के बादशाह नगर रेलवे स्टेशन पर पहुंचने से पहले ट्रेन के अंदर उनके साथ जहरखुरानी की घटना हो गई. उनका कहना है कि ज्यादा तो नुकसान नहीं हुआ, बस कुछ पैसे ही जहरखुरानों के हाथ लगे हैं.

समर्थ ने रेलवे अधिकारियों से शिकायत की है कि मेरी बगल की सीट पर कुछ यात्री आकर बैठ गए और थरमस में लाई चाय पिला दी, जिससे वह बेहोश हो गए.उनका बैग लेकर जहरखुरान ट्रेन से निकल गए. समर्थ की ही तरह पनवेल से गोरखपुर के बीच चलने वाली स्पेशल ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्री आदित्य ने भी जहरखुरानी होने की शिकायत की है. उनका कहना है कि जहरखुरानी करने वाले उनका पर्स और मोबाइल लेकर चंपत हो गए.

स्टेशन पर होगा अनाउंसमेंट ट्रेनों में चलेगा अभियान

रेलवे स्टेशन पर और ट्रेन के अंदर जहरखुरानी से निपटने के लिए आरपीएफ और जीआरपी और रणनीति तैयार कर रही है. पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ जंक्शन के आरपीएफ इंस्पेक्टर राजेश कुमार बताते हैं कि स्टेशनों पर लगातार जहरखुरानों से बचने के लिए अनाउंसमेंट कराया जाएगा और ट्रेनों के अंदर भी अभियान चलाकर यात्रियों को जागरूक करेंगे. इससे जहरखुरानी की घटनाओं पर रोक लग सकेगी. पहले भी लगातार अभियान चलाकर जहरखुरानी की घटनाओं को काफी कम कर दिया था, अब फिर से ट्रेनों का संचालन हुआ है तो फिर इस तरह के अभियान चलाकर किसी भी यात्री को जहरखुरानी का शिकार होने से बचाया जाएगा.

लखनऊ: कोरोना के चलते लॉकडाउन में ट्रेनों के बंद रहने से जहरखुरानी की घटनाएं भी पूरी तरह से बंद हो गई थीं. वहीं अनलॉक लागू होने के बाद रेलवे ने जब धीरे-धीरे ट्रेनों का संचालन शुरू किया और रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी शुरू की, वैसे ही जहरखुरान भी सक्रिय होकर ट्रेन के अंदर जहरखुरानी की घटनाओं को अंजाम देने लगे हैं. त्योहारों के इस मौसम में जब यात्री काफी सामान लेकर अपने साथ चलेंगे तो यह जहरखुरान उन्हें अपनी बातों में उलझाकर जहर खुरानी का शिकार बनाएंगे. हालांकि आरपीएफ और जीआरपी ने ट्रेनों में जहरखुरानी की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने के लिए टीम का गठन करना शुरू कर दिया है.

चुनौती पेश कर रहे जहरखुरान

मार्च माह में कोरोना के कारण सभी ट्रेनें बंद कर दी गई थीं. सिर्फ प्रवासी श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन हुआ था. एक जून से रेलवे ने देश भर में 200 ट्रेनों का संचालन शुरू किया और 12 सितंबर से ट्रेनों की संख्या में इजाफा किया. लॉकडाउन में ट्रेनों के अंदर जहरखुरानी की घटनाएं लगभग शून्य हो गईं, लेकिन अब ट्रेनों की संख्या बढ़ने के साथ ही जहरखुरान भी घटनाओं को अंजाम देने लगे हैं और जीआरपी के साथ ही आरपीएफ के सामने चुनौती भी पेश कर रहे हैं.

इनके साथ हुई घटना

एलटीटी से गोरखपुर के बीच चलने वाली एलटीटी-गोरखपुर एक्सप्रेस (02542) ट्रेन के शयनयान कोच में यात्रा करने वाले यात्री समर्थ ने सोशल मीडिया पर शिकायत दर्ज कराई है. समर्थ का कहना है कि तीन दिन पहले लखनऊ के बादशाह नगर रेलवे स्टेशन पर पहुंचने से पहले ट्रेन के अंदर उनके साथ जहरखुरानी की घटना हो गई. उनका कहना है कि ज्यादा तो नुकसान नहीं हुआ, बस कुछ पैसे ही जहरखुरानों के हाथ लगे हैं.

समर्थ ने रेलवे अधिकारियों से शिकायत की है कि मेरी बगल की सीट पर कुछ यात्री आकर बैठ गए और थरमस में लाई चाय पिला दी, जिससे वह बेहोश हो गए.उनका बैग लेकर जहरखुरान ट्रेन से निकल गए. समर्थ की ही तरह पनवेल से गोरखपुर के बीच चलने वाली स्पेशल ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्री आदित्य ने भी जहरखुरानी होने की शिकायत की है. उनका कहना है कि जहरखुरानी करने वाले उनका पर्स और मोबाइल लेकर चंपत हो गए.

स्टेशन पर होगा अनाउंसमेंट ट्रेनों में चलेगा अभियान

रेलवे स्टेशन पर और ट्रेन के अंदर जहरखुरानी से निपटने के लिए आरपीएफ और जीआरपी और रणनीति तैयार कर रही है. पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ जंक्शन के आरपीएफ इंस्पेक्टर राजेश कुमार बताते हैं कि स्टेशनों पर लगातार जहरखुरानों से बचने के लिए अनाउंसमेंट कराया जाएगा और ट्रेनों के अंदर भी अभियान चलाकर यात्रियों को जागरूक करेंगे. इससे जहरखुरानी की घटनाओं पर रोक लग सकेगी. पहले भी लगातार अभियान चलाकर जहरखुरानी की घटनाओं को काफी कम कर दिया था, अब फिर से ट्रेनों का संचालन हुआ है तो फिर इस तरह के अभियान चलाकर किसी भी यात्री को जहरखुरानी का शिकार होने से बचाया जाएगा.

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