लखनऊः राजधानी लखनऊ के निराला नगर, बादशाह नगर, अमीनाबाद, भूतनाथ, मुंशी पुलिया सहित कई प्रमुख बाजारों में नगर निगम की मिलीभगत से सड़क की दोनों पटरियों पर कार बाजार का कब्जा है. सड़क के दोनों पटरियों पर लगने वाले इस कार बाजार से आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है. आलम यह है कि नगर निगम की तरफ से कोई कार्रवाई भी नहीं की जाती है.
नगर निगम की मिलीभगत से बढ़ा अतिक्रमण
राजधानी में जहां एक तरफ नगर निगम की मिलीभगत से कार बाजार नई सड़क के दोनों पटरियों पर अवैध अतिक्रमण कर अपना व्यवसाय कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर राजधानी के निराला नगर बादशाह नगर सहित कई प्रमुख बाजारों पर सड़क के किनारे अवैध स्टैंड भी बने हुए हैं. जहां लोगों को आने पर 10 से 20 तक का शुल्क भी देना पड़ता है.
पार्किंग के नाम पर हो रही वसूली
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बैंक में अपने काम से आए जितेंद्र कुमार मिश्रा का कहना है कि पार्किंग की जिम्मेदारी बैंकों की होनी चाहिए जहां एक तरफ कार बाजार नगर निगम की मिलीभगत से चल रहा है. वहीं दूसरी तरफ हम लोगों को बिना वजह के 20 का टोकन लेना पड़ता है जबकि यह जिम्मेदारी बैंकों की होनी चाहिए. वहीं इस बारे में मोहम्मद हमजा का कहना है कि 10 मिनट के लिए आने पर भी हम लोगों को तो टोकन लेना पड़ता है. निश्चित रूप से काफी समस्या होती है.
अनाधिकृत रूप से सड़क पर कब्जा
राजधानी में अतिक्रमण कर चल रही कार बाजारओं के बारे में अपर नगर आयुक्त अमित कुमार का कहना है कि जहां पर भी अनाधिकृत रूप से सड़क की पटरियों पर कब्जा किया गया है उन पर कार्रवाई की जा रही है. विगत सप्ताह ही दो कार बाजारों पर 7,00,000 का जुर्माना भी लगाया गया है. जो भी इस तरह के स्टैंड के नाम पर वसूली कर रहे हैं. उन्हें नोटिस दिया जा रहा है. उन पर कार्रवाई भी की जाएगी. बताते चलें कि राजधानी में कई अवैध स्टैंड चल रहे हैं, जो लोगों से गाड़ी खड़ी करने पर टोकन के रूप में पैसा भी लेते हैं. हालांकि इस बात से नगर निगम भी अनजान नहीं है पर नगर निगम का दावा है कि ऐसे जो भी लोग अनाधिकृत रूप से यह कार्य कर रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.