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तीन राज्यों में सरकार गठन के ठीक बाद यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार संभव, जातीय समीकरण पर रहेगा जोर - योगी मंत्रीमंडल विस्तार चर्चा

योगी मंत्रीमंडल (yogi cabinet) के विस्तार को लेकर चल रहीं अटकलों पर जल्द ही विराम लग सकता है. संभावना है कि तीन राज्यों में सरकार के गठन के बाद यूपी में भी मंत्रीमंडल विस्तार होगा.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 11, 2023, 4:40 PM IST

लखनऊ : तीन राज्यों में नए मुख्यमंत्री की शपथ के बाद उत्तर प्रदेश में योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना है. चर्चा है कि दारा सिंह चौहान और ओम प्रकाश राजभर सहित 5 से 6 नए चेहरे मंत्री पद की शपथ लेंगे. बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रधानमंत्री मोदी सहित पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बातचीत में सब कुछ करीब-करीब तय हो चुका है. मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राज्यपाल से भी सीएम योगी ने चर्चा कर ली है.

जातीय समीकरण का रखा जाएगा खास ख्याल

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण को दुरुस्त करना चाहती है. इसके अलावा ओबीसी बिरादरी से आने वाले उन दो चेहरों को भी शामिल करने की बात हो रही है, जो 2022 के विधानसभा चुनाव के समय मंत्री पद से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी के साथ चले गए थे. इनमें ओमप्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान का नाम शामिल हैं. ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का भाजपा के साथ एक बार फिर गठबंधन हो चुका है तो दारा सिंह चौहान भाजपा के साथ आ चुके हैं. भले ही दारा सिंह चौहान घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को जीतने में सफल नहीं हुए, लेकिन पूर्वांचल में जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए भाजपा उन्हें मंत्री बनाने को तैयार दिखती है. पिछले कुछ समय से दारा सिंह और ओम प्रकाश राजभर के मंत्री बनने को लेकर तमाम स्तरों पर बातचीत चल रही थी. इस बीच पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव शुरू हो गए थे. अब जबकि तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिल गया है तो इंतजार और संशय साफ होने जा रहा है.

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से सीएम की हो चुकी है वार्ता

सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय नेतृत्व से हुई बातचीत में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार की बात कही थी. मुख्यमंत्री की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य कई प्रमुख लोगों के साथ भी बात हो चुकी है. मुख्यमंत्री योगी ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से भी मुलाकात की है. इसके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक की पिछले दिनों भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह से मुलाकात हुई है, जिसमें लोकसभा चुनाव से पहले मंत्री बनने वाले चेहरों को लेकर चर्चा की गई है.

तीन राज्यों में सरकार गठन के साथ ही शामिल होंगे नए चेहरे

सूत्रों का दावा है कि तीन राज्यों में जैसे ही शपथ ग्रहण समारोह संपन्न होंगे, योगी मंत्रिमंडल का विस्तार भी कर लिया जाएगा. मंत्रिमंडल में मुख्य रूप से ओमप्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान को शामिल किए जाने पर लगभग सहमति बन चुकी है. इसके अलावा तीन से चार नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं. इन नाम को लेकर अभी विचार विमर्श चल रहा है, जल्दी उनके नाम पर भी मोहर लगाई जाएगी.

रक्षामंत्री के बेटे पंकज का नाम भी चर्चा में

योगी सरकार पार्ट वन में मंत्री रहे डॉक्टर महेंद्र सिंह को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा सरकार से लेकर संगठन स्तर पर चल रही है. इसके अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह का नाम भी सुनने में आ रहै है. वहीं प्रवर्तन निदेशालय से नौकरी छोड़कर राजनीति में उतरने वाले लखनऊ की सरोजिनी नगर सीट से विधायक राजेश्वर सिंह का नाम भी इस लिस्ट में शामिल होने की चर्चा है. हालांकि यह तीनों नाम क्षत्रिय समाज से आते हैं, इनमें से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है. पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, श्रीकांत शर्मा का नाम भी संगठन स्तर पर बताया जा रहा है.

बदल सकता है कई मंत्रियों का पोर्टफोलियो

मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्रियों के पोर्टफोलियो में भी कुछ बदलाव हो सकते हैं. लोकसभा चुनाव को देखते हुए कुछ मंत्रियों का कद बढ़ाया जा सकता है. जो नए मंत्री बनेंगे, उन्हें भी कुछ विभाग दिए जाएंगे. ऐसे में मंत्रिमंडल के सदस्यों के कार्यक्षेत्र में फिर बदलाव स्वाभाविक माना जा रहा है. इसके अलावा मंत्रिमंडल में शामिल कुछ राज्य मंत्रियों का प्रमोशन किए जाने के संकेत मिल रहे हैं. रामपुर में आजम खान की सल्तनत को धराशाई करने वाले भाजपा के युवा विधायक आकाश सक्सेना का भी नाम पिछले काफी समय से मंत्री बनाए जाने को लेकर चर्चा में है.

2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी योगी सरकार के कई मंत्रियों को टिकट दे सकती है. ऐसी स्थिति में मंत्रिमंडल से कुछ मंत्रियों को ड्रॉप भी किया जा सकता है. देखना दिलचस्प होगा कि किन-किन मंत्रियों को लोकसभा चुनाव लड़ने के चलते मंत्रिमंडल से मुक्त किया जाता है. जिन प्रमुख नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़े जाने की चर्चा है उनमें दयाशंकर सिंह, धर्मपाल सिंह, जितिन प्रसाद, सूर्य प्रताप शाही जैसे नाम बताए जा रहे हैं.

60 सदस्यों वाले मंत्रिमंडल का प्रावधान

उत्तर प्रदेश में विधायकों की संख्या को देखते हुए मंत्रिमंडल 60 सदस्यों वाला बनाने का प्रावधान है. वर्तमान समय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 52 मंत्री हैं, इनमें दो उपमुख्यमंत्री सहित 18 कैबिनेट मंत्री, 14 स्वतंत्र प्रभार मंत्री व 20 राज्य मंत्री हैं. ऐसे में अभी 8 मंत्रियों को और शपथ दिलाई जा सकती है. फिलहाल लगभग आधा दर्जन के करीब मंत्रियों को शपथ दिलाने की तैयारी है. भारतीय जनता पार्टी ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर प्रवक्ता व पैनलिस्ट को कोई भी बयान जारी करने पर पूरी तरह से रोक लगाई है. इस विषय पर जब पार्टी का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो बताया गया कि प्रदेश नेतृत्व की तरफ से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कोई भी बयान देने से स्पष्ट रूप से मना किया गया है.

लखनऊ : तीन राज्यों में नए मुख्यमंत्री की शपथ के बाद उत्तर प्रदेश में योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना है. चर्चा है कि दारा सिंह चौहान और ओम प्रकाश राजभर सहित 5 से 6 नए चेहरे मंत्री पद की शपथ लेंगे. बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रधानमंत्री मोदी सहित पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बातचीत में सब कुछ करीब-करीब तय हो चुका है. मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राज्यपाल से भी सीएम योगी ने चर्चा कर ली है.

जातीय समीकरण का रखा जाएगा खास ख्याल

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण को दुरुस्त करना चाहती है. इसके अलावा ओबीसी बिरादरी से आने वाले उन दो चेहरों को भी शामिल करने की बात हो रही है, जो 2022 के विधानसभा चुनाव के समय मंत्री पद से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी के साथ चले गए थे. इनमें ओमप्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान का नाम शामिल हैं. ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का भाजपा के साथ एक बार फिर गठबंधन हो चुका है तो दारा सिंह चौहान भाजपा के साथ आ चुके हैं. भले ही दारा सिंह चौहान घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को जीतने में सफल नहीं हुए, लेकिन पूर्वांचल में जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए भाजपा उन्हें मंत्री बनाने को तैयार दिखती है. पिछले कुछ समय से दारा सिंह और ओम प्रकाश राजभर के मंत्री बनने को लेकर तमाम स्तरों पर बातचीत चल रही थी. इस बीच पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव शुरू हो गए थे. अब जबकि तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिल गया है तो इंतजार और संशय साफ होने जा रहा है.

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से सीएम की हो चुकी है वार्ता

सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय नेतृत्व से हुई बातचीत में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार की बात कही थी. मुख्यमंत्री की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य कई प्रमुख लोगों के साथ भी बात हो चुकी है. मुख्यमंत्री योगी ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से भी मुलाकात की है. इसके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक की पिछले दिनों भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह से मुलाकात हुई है, जिसमें लोकसभा चुनाव से पहले मंत्री बनने वाले चेहरों को लेकर चर्चा की गई है.

तीन राज्यों में सरकार गठन के साथ ही शामिल होंगे नए चेहरे

सूत्रों का दावा है कि तीन राज्यों में जैसे ही शपथ ग्रहण समारोह संपन्न होंगे, योगी मंत्रिमंडल का विस्तार भी कर लिया जाएगा. मंत्रिमंडल में मुख्य रूप से ओमप्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान को शामिल किए जाने पर लगभग सहमति बन चुकी है. इसके अलावा तीन से चार नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं. इन नाम को लेकर अभी विचार विमर्श चल रहा है, जल्दी उनके नाम पर भी मोहर लगाई जाएगी.

रक्षामंत्री के बेटे पंकज का नाम भी चर्चा में

योगी सरकार पार्ट वन में मंत्री रहे डॉक्टर महेंद्र सिंह को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा सरकार से लेकर संगठन स्तर पर चल रही है. इसके अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह का नाम भी सुनने में आ रहै है. वहीं प्रवर्तन निदेशालय से नौकरी छोड़कर राजनीति में उतरने वाले लखनऊ की सरोजिनी नगर सीट से विधायक राजेश्वर सिंह का नाम भी इस लिस्ट में शामिल होने की चर्चा है. हालांकि यह तीनों नाम क्षत्रिय समाज से आते हैं, इनमें से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है. पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, श्रीकांत शर्मा का नाम भी संगठन स्तर पर बताया जा रहा है.

बदल सकता है कई मंत्रियों का पोर्टफोलियो

मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्रियों के पोर्टफोलियो में भी कुछ बदलाव हो सकते हैं. लोकसभा चुनाव को देखते हुए कुछ मंत्रियों का कद बढ़ाया जा सकता है. जो नए मंत्री बनेंगे, उन्हें भी कुछ विभाग दिए जाएंगे. ऐसे में मंत्रिमंडल के सदस्यों के कार्यक्षेत्र में फिर बदलाव स्वाभाविक माना जा रहा है. इसके अलावा मंत्रिमंडल में शामिल कुछ राज्य मंत्रियों का प्रमोशन किए जाने के संकेत मिल रहे हैं. रामपुर में आजम खान की सल्तनत को धराशाई करने वाले भाजपा के युवा विधायक आकाश सक्सेना का भी नाम पिछले काफी समय से मंत्री बनाए जाने को लेकर चर्चा में है.

2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी योगी सरकार के कई मंत्रियों को टिकट दे सकती है. ऐसी स्थिति में मंत्रिमंडल से कुछ मंत्रियों को ड्रॉप भी किया जा सकता है. देखना दिलचस्प होगा कि किन-किन मंत्रियों को लोकसभा चुनाव लड़ने के चलते मंत्रिमंडल से मुक्त किया जाता है. जिन प्रमुख नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़े जाने की चर्चा है उनमें दयाशंकर सिंह, धर्मपाल सिंह, जितिन प्रसाद, सूर्य प्रताप शाही जैसे नाम बताए जा रहे हैं.

60 सदस्यों वाले मंत्रिमंडल का प्रावधान

उत्तर प्रदेश में विधायकों की संख्या को देखते हुए मंत्रिमंडल 60 सदस्यों वाला बनाने का प्रावधान है. वर्तमान समय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 52 मंत्री हैं, इनमें दो उपमुख्यमंत्री सहित 18 कैबिनेट मंत्री, 14 स्वतंत्र प्रभार मंत्री व 20 राज्य मंत्री हैं. ऐसे में अभी 8 मंत्रियों को और शपथ दिलाई जा सकती है. फिलहाल लगभग आधा दर्जन के करीब मंत्रियों को शपथ दिलाने की तैयारी है. भारतीय जनता पार्टी ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर प्रवक्ता व पैनलिस्ट को कोई भी बयान जारी करने पर पूरी तरह से रोक लगाई है. इस विषय पर जब पार्टी का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो बताया गया कि प्रदेश नेतृत्व की तरफ से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कोई भी बयान देने से स्पष्ट रूप से मना किया गया है.

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