लखनऊ: लखनऊ के यूपी प्रेस क्लब में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर यूपी कोऑर्डिनेशन कमेटी और कारवां ए मोहब्बत नाम की संस्था ने रिपोर्ट पेश की है, जिसमें हिंसा के दौरान मुस्लिमों और CAA, NRC का विरोध करने वालों पर पुलिस की बर्बरता का जिक्र किया गया है.
यूपी कोऑर्डिनेशन कमेटी ने पेश की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में 19 और 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन में यूपी भर से हिंसा की खबरें सामने आई थीं. इसमें कई लोगों की जानें भी गई थीं. पुलिस ने सैकड़ों की तादाद में लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था. इस रिपोर्ट में सीएए और एनआरसी पर विरोध करने वालों पर हुई हिंसा का जिक्र किया गया है.
रिपोर्ट में पुलिस की बर्बरता उजागर
रिपोर्ट में पुलिस की बर्बरता को उजागर किया गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाते हुए घरों में घुसकर तोड़फोड़ की गई है और निर्दोष लोगों को जेल में डाला गया है. इसमें कई नाबालिग भी अपराधियों की तरह जेलों में बंद किए गए थे.
पुलिस का यह रवैया अभी भी प्रदर्शनकारियों और CAA, NRC का विरोध करने वालों के खिलाफ जारी है. इसको लेकर अगर जरूरत पड़ी तो मानवाधिकार और कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया जाएगा और इस रिपोर्ट को वहां पेश किया जाएगा.
-डॉ. अलीमुल्लाह खान, समाजिक कार्यकर्ता