लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने सहकारी ग्राम्य विकास बैंक के चुनाव में पिछले तीन दशक से समाजवादी पार्टी के स्थापित वर्चस्व को तोड़ दिया है. सहकारी ग्राम्य विकास बैंक के चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए सपा के एकाधिकार को ध्वस्त करने का काम किया है. हालांकि इस चुनाव में भाजपा की सरकार पर प्रशासनिक मशीनरी के दुरुपयोग करने के आरोप जरूर लगे हैं.
खास बात यह भी है कि समाजवादी पार्टी के अंदर की कलह भी भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के पीछे की एक बड़ी वजह है. मुलायम सिंह यादव परिवार और शिवपाल सिंह के बीच पिछले काफी समय से चल रही तनातनी ने भी इस चुनाव में सपा को नुकसान पहुंचाया है. यही कारण है कि समाजवादी पार्टी का 30 साल के इतिहास में सहकारी ग्राम्य विकास बैंक में बरकरार कब्जा टूट चुका है.
मुख्य तथ्य-
- भाजपा ने सहकारी ग्राम्य विकास बैंक चुनाव में 312 में से 293 सीटें जीतकर अपना दबदबा कायम किया है.
- जानकारी के अनुसार इससे पहले कभी भी किसी एक दल की इतनी बड़ी शानदार जीत नहीं हुई.
- साल 1998-99 के बाद यह दूसरा मौका होगा कि बैंक की प्रबंध समिति में भाजपा का पूरी तरह से दबदबा दिखाई देगा.
- बैंक के सभापति पद पर भी भाजपा का कब्जा होना तय हो चुका है.
उत्तर प्रदेश में सहकारी ग्राम्य विकास बैंक की 312 बैंक शाखाओं में चुनाव हुए तो 293 पर भाजपा के उम्मीदवार जीते, शेष 19 पर अन्य पार्टियों से जुड़े उम्मीदवार जीते हैं. इनमें मुख्य रूप से शिवपाल सिंह यादव और उनकी पत्नी सरला यादव के अलावा ज्यादातर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार जीते हैं, लेकिन जो समाजवादी पार्टी का पिछले 30 साल से सहकारी ग्राम विकास बैंक में पूरी तरह से कब्जा था, उसको भारतीय जनता पार्टी ने ध्वस्त कर दिया है.
सपा ने बीजेपी पर लगाए आरोप
पिछले दिनों पूरी हुई चुनाव प्रक्रिया के दौरान समाजवादी पार्टी की तरफ से भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर यह आरोप लगते रहे कि प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग करते हुए इन चुनावों में जीत की साजिश की जा रही है. दूसरे दलों के उम्मीदवारों को नामांकन नहीं करने दिया जा रहा है. हालांकि भाजपा सरकार ने जवाब देते हुए कहा था कि प्रशासन अपने हिसाब से काम कर रहा है. पूरी पारदर्शिता से यह चुनाव हो रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने ईटीवी भारत से फोन पर कहा कि विपक्ष के आरोप पूरी तरह से गलत साबित हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पूरी पारदर्शिता से चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराई है. जो लोग जीते हैं, उन्हें बधाई देते हैं. पार्टी के कार्यकर्ता लगातार लोगों से संपर्क में थे. संवाद कर रहे थे. अभियान चलाकर इस चुनाव में जीत दर्ज करने का काम किया गया.