लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Samajwadi Party President Akhilesh Yadav) के बाद अब यूपी भाजपा भी राज्यसभा प्रत्याशियों की सूची तैयार करने में जुट गई है. साथ ही इस बात की भी चर्चा है कि अबकी भाजपा की सूची सबको चौंका सकती है, क्योंकि पार्टी अपने वरिष्ठ नेताओं को राज्यसभा भेजने की तैयारी में है. इसके अलावा इस बात की भी अटकलें हैं कि पार्टी, योगी कैबिनेट (Yogi Adityanath cabinet) के एक वरिष्ठ मंत्री को भी राज्यसभा भेज सकती है. 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी लगातार प्रत्याशियों के चयन में जुटी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक योगी सरकार के वरिष्ठ मंत्री का नाम उन 20 संभावित प्रत्याशियों की सूची में शामिल है, जिन्हें पार्टी की प्रदेश इकाई ने केंद्रीय नेतृत्व में भेजने का निर्णय लिया है.
11वीं सीट पर होगा महामुकाबला: बात अगर यूपी विधानसभा की करें तो मौजूदा समय में यहां भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए राज्यसभा की 7 सीटें आसानी से अपने नाम कर सकता है. वहीं, अखिलेश यादव की सपा 3 सीटें जीत सकती है. वहीं, इस बात की भी चर्चा है कि 11वीं सीट के लिए हाई वोल्टेज मुकाबले को लेकर भाजपा लखनऊ के एक कारोबारी को मैदान में उतार सकती है. जिस व्यवसायी को भाजपा अपने 8वें उम्मीदवार के रूप में पेश कर सकती है, वह भी एक दिवंगत राजनेता के बेटे हैं.
योगी के वरिष्ठ मंत्री को राज्यसभा भेजने की तैयारी: पार्टी सूत्रों की मानें तो राज्यसभा के लिए भाजपा अपने कुछ वरिष्ठ सांसदों को फिर से मौका दे सकती है. इनमें शिव प्रताप शुक्ला, जफर इस्लाम, जय प्रकाश निषाद, सुरेंद्र नागर और संजय सेठ का नाम चर्चा में है. इसके अलावा पार्टी एक बड़े ब्राह्मण नेता को भी राज्यसभा भेजने की तैयारी है. हालांकि, यह निश्चित नहीं है कि शिव प्रताप शुक्ला को दोबारा राज्यसभा भेजा जाएगा या नहीं, पर इस बीच पार्टी के राज्य इकाई के पूर्व प्रमुख लक्ष्मीकांत बाजपेयी का नाम भी चर्चा में है.
सपा के बाद अब भाजपा की बारी: भाजपा सूत्रों की मानें तो पश्चिम उत्तर प्रदेश से एक जाट नेता के भी इस सूची में शामिल होने की संभावना है. हालांकि, स्पष्ट तौर पर भले ही उस नेता के नाम का जिक्र न किया गया हो, लेकिन इतना जरूर पता चला है कि पार्टी जिस नेता को राज्यसभा भेजना चाह रही है उसने अबकी सूबे की सत्ता में भाजपा की वापसी में अहम भूमिका निभाई थी. खैर, यह इसलिए भी अधिक प्रासंगिक हो जाता है, क्योंकि जिस तरह से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रालोद मुखिया जयंत चौधरी को मैदान में उतारा है, उससे मुकाबले के लिए भाजपा कोई ऐसा दांव चलने की कोशिश जरूर करेगी.
इन नामों पर भी चर्चा: सूबे के सियासी जानकारों की मानें तो सपा ने वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है, जिन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को जमानत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को भी यूपी से राज्यसभा भेजे जाने की अटकलें हैं. फिलहाल, नकवी झारखंड से राज्यसभा सांसद हैं और सात जुलाई को रिटायर होने जा रहे हैं. हालांकि, इस बीच नरेश अग्रवाल के नाम की चर्चा है. अग्रवाल 2018 में सपा से टिकट न मिलने की सूरत में भाजपा में शामिल हो गए थे और उनके बेटे नितिन अग्रवाल वर्तमान में योगी कैबिनेट में मंत्री हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप