लखनऊ: सांसद रीता बहुगुणा जोशी को कोविड संक्रमण के बाद हालत गंभीर होने पर एसजीपीजीआई के राजधानी कोविड अस्पताल से मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किए जाने की तैयारी की जा रही है. मंगलवार की रात से ही उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इसके बाद यह निर्णय लिया गया है.
- सांसद रीता बहुगुणा जोशी एसजीपीजीआई के राजधानी कोविड अस्पताल से मेदांता अस्पताल में होंगी शिफ्ट.
- मंगलवार की रात से ही रीता बहुगुणा जोशी को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी.
सांसद रीता बहुगुणा जोशी के परिवार में उनके पति, उनकी बहू और पोती में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. घर के सभी संक्रमित सदस्य पहले ही मेदांता अस्पताल में भर्ती होकर कोविड-19 के संक्रमण का इलाज करवा रहे हैं. वहीं रीता बहुगुणा जोशी को एसजीपीजीआई लखनऊ में भर्ती किया गया था.
रीता बहुगुणा जोशी 3 सितंबर को एसजीपीजीआई के राजधानी कोविड अस्पताल में कोविड-19 के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद भर्ती हुई थीं. उन्हें बुखार और कमजोरी हो रही थी. एसजीपीजीआई में उनका इलाज शुरू कर दिया गया था, लेकिन 8 सितंबर की शाम से ही उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी. इसके बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट करना पड़ा.
अस्पताल प्रशासन के अनुसार, आईसीयू में ही उनकी मॉनिटरिंग की जा रही थी और इलाज में भी कुछ बदलाव किए गए. हालांकि उनकी हालत स्थिर है. लेकिन उनके पति पीसी जोशी भी गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती हैं, इसलिए उन्होंने भी वहीं शिफ्ट होने की इच्छा जताई है. इसके बाद मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है. रीता बहुगुणा जोशी को दोपहर 2 बजे से ही एसजीपीजीआई से गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किए जाने की तैयारी शुरू हो गई थी. उनके देर रात तक दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.