लखनऊः कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी की उम्मीदों पर खरा न उतर पाने वाले पदाधिकारियों की संगठन से छुट्टी हो सकती है. प्रदेश के कई ऐसे जिले हैं जिनके जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्ष बेहतर ढंग से अपने काम को अंजाम नहीं दे पाए. पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो प्रदेश में करीब 10 जिले ऐसे हैं जिनके पदाधिकारी परफॉर्म नहीं कर पाए हैं. इनमें से एक जिले के जिला अध्यक्ष को हटा भी दिया गया है.
कई जिला अध्यक्ष चिह्नित
पंचायत चुनाव के साथ ही अगले वर्ष के विधानसभा चुनाव में जुटी कांग्रेस संगठन सृजन के साथ ही संगठन में परिवर्तन पर भी ध्यान दे रही है. प्रदेश में कई ऐसे जिला अध्यक्ष चिह्नित किए गए हैं जो प्रियंका गांधी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं. उनको पदमुक्त किए जाने की तैयारी है, साथ ही लखनऊ के महानगर अध्यक्ष की विदाई भी हो सकती है.
राजधानी के हो सकते हैं दो अध्यक्ष
लखनऊ महानगर को दो भागों में बांटे जाने का प्लान बन रहा है. यानि महानगर के भी दो अध्यक्ष बनाए जाने की योजना है. यह सब बहुत ही जल्द होने वाला है. संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव की योजना तैयार हो गई है. बता दें कि जब प्रियंका गांधी ने जिला और शहर अध्यक्षों की तैनाती की थी तभी उन्होंने बेहतर काम करने वालों को पद पर बरकरार रखने और काम न कर पाने वालों की छुट्टी करने की बात कही थी. अब ऐसे पदाधिकारियों की सूची तैयार हो गई है.
आगरा के जिला अध्यक्ष को हटाया
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने आगरा के जिला अध्यक्ष को बेहतर काम न कर पाने के कारण पद से हटा दिया है, जबकि मुजफ्फरनगर और इलाहाबाद के जिलाधिकारी जल्द पदमुक्त किए जा सकते हैं. इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के जिला और शहर अध्यक्ष भी पद मुक्त होने वाली सूची में शामिल हैं.
महानगर का होगा विभाजन
पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो लखनऊ महानगर के अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान को भी हटाया जा सकता है. एक साल पूरा होने के बावजूद अभी तक उन्हें कमेटी तक नहीं दी गई है. पार्टी का प्लान है कि लखनऊ में दो महानगर अध्यक्ष बनाए जाएं जिससे मजबूती से संगठन को खड़ा किया जा सके.