लखनऊ : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पार्टी की प्रदेश में नई कार्यकारिणी को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. केंद्रीय नेतृत्व की मुहर लगते ही भाजपा प्रदेश टीम घोषित की जाएगी. प्रदेश अध्यक्ष कल भी कह चुके हैं कि बहुत जल्द ही भाजपा की प्रदेश टीम में आंशिक बदलाव किए जाएंगे. इन बदलावों का संकेत लगातार मिल रहा है और शुक्रवार को उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात के बाद इसके कयास बढ़ गए हैं कि निकट भविष्य में भाजपा की नई टीम घोषित हो सकती है. जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश भाजपा में यह बदलाव संभव : प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा, दयाशंकर सिंह के प्रदेश सरकार में मंत्री बनने और लक्ष्मण आचार्य के सिक्किम का राज्यपाल बनने से उपाध्यक्ष के तीन पद खाली होंगे. प्रदेश मंत्री त्र्यंबक त्रिपाठी, डॉ. चंद्रमोहन को भी पदोन्नत कर प्रदेश उपाध्यक्ष या प्रदेश महामंत्री बनाया जा सकता है. युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशुदत्त द्विवेदी, एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र कनौजिया और किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह को भी मूल संगठन में उपाध्यक्ष या प्रदेश मंत्री की जिम्मेदारी मिल सकती है. क्षेत्रीय टीमों के महामंत्री व उपाध्यक्ष भी प्रदेश टीम में शामिल किए जा सकते हैं.
सूत्रों का कहना है कि कानपुर-बुंदेलखंड, काशी, गोरखपुर, पश्चिम और ब्रज में क्षेत्रीय अध्यक्ष बदले जा सकते हैं. अवध में क्षेत्रीय अध्यक्ष की खाली सीट पर भी नई तैनाती होगी. तीन से चार क्षेत्रीय अध्यक्ष पिछड़ी जाति से होंगे, जबकि एक क्षेत्र में ब्राह्मण और एक क्षेत्र में ठाकुर कार्यकर्ता को क्षेत्रीय अध्यक्ष पद की कमान सौंपने की योजना है. प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर, सुब्रत पाठक, प्रियंका रावत की जगह तीन नए नाम शामिल किए जा सकते हैं. पाठक को कन्नौज और प्रियंका रावत को बाराबंकी से लोकसभा चुनाव लड़ाने की चर्चा है. प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रज बहादुर, संतोष सिंह और प्रकाश पाल की प्रदेश महामंत्री पर पदोन्नति हो सकती है. कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, विधायक श्रीकांत शर्मा, पूर्व मंत्री सुरेश राणा भी प्रदेश महामंत्री पद की दौड़ में हैं.