लखनऊ: बुलंदशहर में शनिवार को तीनों कृषि कानूनों का विरोध करते हुए भारतीय किसान यूनियन(bharatiya kisan union) के आह्वान पर किसानों ने संपूर्ण क्रांति दिवस मनाया. इस दौरान किसानों ने बुलन्दशहर की सातों तहसीलों के कार्यालय परिसर में कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ी. तीनों कृषि कानूनों को पिछले वर्ष जून में 3 जून को कैबिनेट ने मंजूरी देते हुए अध्यादेश के जरिए लागू करने का निर्णय लिया था. इसके लिए 5 जून को अध्यादेश जारी कर दिया गया था. सदर तहसील में भारतीय किसान यूनियन के NCR सचिव मांगेराम त्यागी के नेतृत्व में किसानों ने पहले धरना प्रदर्शन किया और बाद में कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ कर विरोध जताया. इसके अलावा बुलन्दशहर तहसील में भी किसानों ने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि उसे किसानों के आंदोलन के सामने झुकना ही पड़ेगा और तीनों कृषि व कानून वापस लेने पड़ेंगे.
कासगंज में किसानों ने किया प्रदर्शन
कासगंज में शनिवार को कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन(bharatiya kisan union) स्वराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान नेता कुलदीप पांडे के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने सांसद के आवास की ओर कूच किया, लेकिन पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी के चलते किसान सांसद आवास के आसपास तक फटक भी नहीं पाए. इस दौरान किसान नेता और पुलिस के बीच काफी नोक-झोंक भी हुई. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बस्ती में भाजपा कार्यालय के बाहर किसानों ने किया प्रदर्शन
यूपी के बस्ती जिले में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी के संयोजन में नेताजी सुभाष चन्द्र चौक पर एकत्र होकर सरकार विरोधी नारे लगाए. इस दौरान भाकियू पदाधिकारी और कार्यकर्ता कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुये भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पहुंचे. यहां सक्षिप्त सभा के बाद कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.
मुजफ्फरनगर में महावीर चौक पर किसानों ने किया प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देशन पर कृषि कानूनों को लेकर सैकड़ों किसानों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस फ़ोर्स के साथ आलाधिकारी खुद नगर में मोर्चा संभाले हुए दिखाई पड़े.संयुक्त मोर्चा के आदेश पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ सैकड़ों किसानों ने जनपद की सदर तहसील पर इकट्ठा होकर कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर प्रदर्शन किया. इसके बाद किसानों ने बिजली, पानी और चकबंदी जैसी मांगो को लेकर सदर तहसील से पैदल जुलूस निकालते हुए जिला कलेक्ट्रेट की ओर कूच किया. वहीं रास्ते में पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरिकेटिंग की थी. जिसे किसानों ने जबरदस्ती हटाकर महावीर चौक पर ही धरना शुरू कर दिया.
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अमरोहा में किसानों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
अमरोहा जनपद के रजबपुर में किसानों ने कृषि कानून के 1 साल पूरा होने पर उसकी प्रतियां जलाकर विरोध किया. शनिवार को पूर्व सांसद चौधरी कंवर सिंह तवर के फार्म हाउस के बाहर तीनों कृषि कानूनों की बरसी मनाते हुए किसानों ने कृषि कानूनों की प्रतियां फूंककर अपना विरोध दर्ज कराया. साथ ही कहा कि हम इन कानूनों को नहीं मानते, जब तक यह वापस नहीं होंगे तब तक आंदोलन चलता रहेगा. इसके अलावा कलेक्ट्रेट में चौधरी सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन असली के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में किसानों ने एसडीएम विवेक यादव को ज्ञापन सौंपा और तीनों कृषि कानूनों को वापस करने और एमएसपी लागू करने की मांग की.