लखनऊ : पूर्व मंत्री आजम खान की बहन निकहत अफलाक को आवंटित रिवर बैंक कॉलोनी के आवास को नगर निगम टीम ने सोमवार सुबह सील कर दिया. मुख्य गेट को बल पूर्वक खोलकर नगर निगम की टीम अंदर घुस गई. आवाज लगाने के बाद जब कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ उसके बाद एनाउंसमेंट कराया गया. किसी का जवाब नहीं मिलने के बाद सभी दरवाजों पर नगर निगम ने अपना ताला लगाकर सील कर दिया.
नगर निगम ने शासनादेश का हवाला देते हुए कहा कि आजम खान की बहन का आवंटन निरस्त कर दिया गया था. मकान खाली करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया था. मगर समय बीत जाने पर भी खाली नहीं किया गया. ईटीवी भारत पर खबर प्रकाशित होने पर सोमवार सुबह नगर आयुक्त के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त अर्चना द्विवेदी, वजीरगंज थाना के उप निरीक्षक कृष्णपाल, जोनल अधिकारी दिलीप कुमार, रेंट प्रभारी दिलीप श्रीवास्तव समेत पूरी टीम आवास पर पहुंची.
नगर निगम के अनुसार पहले आधे घंटे तक घंटी बजाई गई. अंदर से कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ, न ही दरवाजा खोला गया. जिसके बाद भवन के मुख्य द्वार को बलपूर्वक नगर निगम ने खोल दिया. अंदर आने पर मुख्य द्वार के सामने गैराज गेट पर ताला लगा पाया गया जिसे सील कर दिया गया. इस गेट के बाएं व दाएं तरफ दो अन्य गेट थे उन्हें भी सील कर दिया गया. पीछे की तरफ से रास्ता खुला पाया गया. यहां पर चैनल गेट लगा था और बाउंड्री वॉल पर एक लोहे का छोटा गेट है. उसे बाहर से सील कर दिया गया. इस दौरान नगर निगम द्वारा लगातार माइक से अनाउंसमेंट किया जाता रहा कि भवन में यदि कोई भी है वह बाहर आ जाए.
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि नगर निगम द्वारा विधिक प्रक्रिया अपनाते हुए नियमानुसार भवन का कब्जा प्राप्त कर उसे सील कर दिया गया है. भवन में लगे ताले यथावत हैं. उसके ऊपर नगर निगम द्वारा अपना ताला लगाकर सील किया गया है. इस दौरान आवंटी की ओर से एक प्रतिनिधि आए और टीम से अभद्रता करने लगे. आरोप है कि उन्होंने नगर निगम की टीम को धमकाने का प्रयास किया और अपना नाम बिना बताए वापस चले गए. यह पूरी प्रक्रिया स्थानीय निवासी की उपस्थिति में की गई, उनके हस्ताक्षर भी लिए गए हैं. बताता गया कि अंदर रखे सामान की नीलामी कराई जायेगी.