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नकली नोट तस्करी मामलाः ATS ने 25 हजार इनामी तस्कर को किया गिरफ्तार

आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) ने नकली नोट तस्करी माले में नोएडा से 25 हजार के इनामी तस्कर सदर अली को गिरफ्तार किया है. आरोपी मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहा था.

नकली नोट तस्करी मामलाः
नकली नोट तस्करी मामला
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Published : Mar 25, 2021, 7:24 PM IST

लखनऊः आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) ने गुरुवार को नकली नोट तस्करी मामले में नोएडा से 25 हजार के इनामी तस्कर सदर अली को गिरफ्तार किया है. बता दें कि एटीएस ने 01 नवंबर 2020 को 597000 के नकली नोट के साथ तहसीन खान और वसीम खान को गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपियों ने नोटों की तस्करी में शामिल सदर अली व उसकी पत्नी मुमताज बेगम का नाम को कुबूला था. इसके बाद से एटीएस की टीम सदर अली को तलाश रही थी.

पाकिस्तान से भारत में लाए जा रहे नकली नोट
एटीएस प्रभारी जीके गोस्वामी के अनुसार सदर अली व उसकी पत्नी उत्तर प्रदेश, हरियाणा व एनसीआर के क्षेत्रों में जाली नोटों की सप्लाई करते थे. सदर अली व उसकी पत्नी मुमताज विगत वर्ष में अभियोग पंजीकृत होने के बाद से फरार चल रहे थे. उन्होंने बताया कि जाली नोट पाकिस्तान छपते हैं, जो बांग्लादेश के रास्ते भारत में लाकर सप्लाई की जाती है. सदर अली को लखनऊ लाकर सक्षम न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी दी जाएगी.

यह भी पढ़ें-जाली नोट मामले में NIA ने एक तस्कर को किया गिरफ्तार

सदर अली पश्चिम बंगाल में दो बार जा चुका जेल
एटीएस अफसरों की मानें तो सदर अली वर्ष 2010 में बलरामपुर जिला मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल में चार लाख की जाली नोटों के साथ गिरफ्तार हुआ था. इसके बाद वह करीब 3 महीने जेल में रहा. जमानत होने के बाद सदर ने फिर से जाली नोटों की तस्करी शुरू कर दी. जेल से निकलने के कुछ ही दिन बाद वह फिर डेढ़ लाख जाली नोटों के साथ पश्चिम बंगाल के मालदा में इंग्लिश बाजार में पकड़ा गया और फिर कुछ दिन बाद जेल से जमानत पर रिहा हो गया.

लखनऊः आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) ने गुरुवार को नकली नोट तस्करी मामले में नोएडा से 25 हजार के इनामी तस्कर सदर अली को गिरफ्तार किया है. बता दें कि एटीएस ने 01 नवंबर 2020 को 597000 के नकली नोट के साथ तहसीन खान और वसीम खान को गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपियों ने नोटों की तस्करी में शामिल सदर अली व उसकी पत्नी मुमताज बेगम का नाम को कुबूला था. इसके बाद से एटीएस की टीम सदर अली को तलाश रही थी.

पाकिस्तान से भारत में लाए जा रहे नकली नोट
एटीएस प्रभारी जीके गोस्वामी के अनुसार सदर अली व उसकी पत्नी उत्तर प्रदेश, हरियाणा व एनसीआर के क्षेत्रों में जाली नोटों की सप्लाई करते थे. सदर अली व उसकी पत्नी मुमताज विगत वर्ष में अभियोग पंजीकृत होने के बाद से फरार चल रहे थे. उन्होंने बताया कि जाली नोट पाकिस्तान छपते हैं, जो बांग्लादेश के रास्ते भारत में लाकर सप्लाई की जाती है. सदर अली को लखनऊ लाकर सक्षम न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी दी जाएगी.

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सदर अली पश्चिम बंगाल में दो बार जा चुका जेल
एटीएस अफसरों की मानें तो सदर अली वर्ष 2010 में बलरामपुर जिला मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल में चार लाख की जाली नोटों के साथ गिरफ्तार हुआ था. इसके बाद वह करीब 3 महीने जेल में रहा. जमानत होने के बाद सदर ने फिर से जाली नोटों की तस्करी शुरू कर दी. जेल से निकलने के कुछ ही दिन बाद वह फिर डेढ़ लाख जाली नोटों के साथ पश्चिम बंगाल के मालदा में इंग्लिश बाजार में पकड़ा गया और फिर कुछ दिन बाद जेल से जमानत पर रिहा हो गया.

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