लखनऊ : जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी ने गुरुवार को लखनऊ में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जो लोग शामिल हो रहे हैं उनमें और बाबर में कोई फर्क नहीं. अगर बाबर ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई थी, तो यह लोग अब मस्जिद तोड़कर मंदिर बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कभी नहीं कहा कि मस्जिद तोड़कर मंदिर बनाया गया था.
मदनी के बयान के जवाब में उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की ओर से कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ के दिए गए निर्णय को गलत बताने वालों को अपने ऊपर विचार करना चाहिए. निश्चित तौर पर अरशद मदनी को भी अयोध्या आमंत्रित किए जाने की आवश्यकता है. मदनी ने अपना बयान लखनऊ के नक्खास के सुन्नी कॉलेज में जमीएत उलमा हिंद की कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए दिया.
बाबर और पीएम मोदी को एक बतायाः राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने पर मदनी बोले, जो आरोप बाबर पर था, वही इन लोगों पर है. बाबर ने मंदिर तोड़ कर मस्जिद बनाई थी, तो इन लोगों ने मस्जिद तोड़ कर मंदिर बनाया है. सुप्रीम कोर्ट में भी यह बात सिद्ध हो चुकी है. मंदिर ने मस्जिद की उस जमीन को अखाड़े को सौंपा है. सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लेकर उन्होंने कहा कि इस फैसले को गलत तरीके से इंटरप्रिटेड किया जा रहा है.
मदनी बोले, मस्जिद तोड़कर बनाया जा रहा राम मंदिरः यह सब जबरिया का फैसला है. मस्जिद को तोड़ा गया था यही वास्तविकता है. हलाल सर्टिफिकेशन को लेकर मदनी ने कहा कि यूपी में कोई हलाल सर्टिफिकेशन नहीं है. मदरसों की जांच पर मदनी ने कहा कि उन मदरसों की जांच हो जो सरकार से फंड लेते हैं, बाकी किसी मदरसे में कोई फॉरेन फंडिंग नहीं है.
मदनी को भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोहा में बुलाना चाहिएः अरशद मदनी के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने फैसला लिया है कि जहां राम जन्मभूमि है, वहीं पर राम मंदिर था, जिसको तोड़कर मस्जिद का निर्माण किया गया था. मदनी को यह फैसला गलत नजर आ रहा है. राम मंदिर बन रहा है और मैं तो कहूंगा कि अरशद मदनी को भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित करके यह सब दिखाना चाहिए.