लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न विभागों में मैनपावर आउटसोर्सिंग में भ्रष्टाचार के संबंध में एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर द्वारा की गR शिकायत का उत्तर प्रदेश सरकार ने संज्ञान लिया है. साथ ही नियुक्ति विभाग द्वारा नूतन ठाकुर को पत्र भेजकर साक्ष्य मांगे गए हैं.
ये लगाए थे आरोप
सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने अपनी शिकायत में अवनी परिधि कंपनी को करार खत्म होने के बाद भी मैनपावर सप्लाई के लिए प्राधिकृत किए जाने, ब्लैकलिस्ट होने के बाद भी लगातार काम मिलने, मेसर्स हर्ष इंटरप्राइजेज को बदायूं मेडिकल कॉलेज में बिना सरकारी एग्रीमेंट के मैनपावर का काम दिए जाने और उसके द्वारा कन्नौज मेडिकल कॉलेज में तमाम अनियमितता किए जाने के आरोप प्रमाणित होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने के आरोप लगाए थे.
इन अफसरों के खिलाफ लगाए गए थे आरोप
उन्होंने मुख्य सचिव आरके तिवारी व आईएएस अफसर प्रशांत त्रिवेदी, अरविन्द कुमार और रजनीश दूबे द्वारा इन दोनों कंपनियों को अनुचित लाभ देने के भी आरोप लगाए थे. उन्होंने अपने आरोपों की पुष्टि के लिए कई अभिलेख भी दिए थे.
नूतन ठाकुर ने भेजे साक्ष्य
इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए विशेष सचिव, नियुक्ति विभाग संजय कुमार सिंह ने नूतन ठाकुर को अपनी शिकायतों की शपथपत्र के माध्यम से पुष्टि करने और इन शिकायतों के संबंध में सभी आवश्यक साक्ष्य देने के निर्देश दिए. इसके क्रम में उन्होंने अपना शपथपत्र और साक्ष्य शासन को प्रेषित कर दिए हैं.