लखनऊ:समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी, राष्ट्रीय समानता दल और जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान किया. पार्टी को उम्मीद है कि इससे उसे दो दर्जन से ज्यादा लोकसभा सीटों पर फायदा मिलेगा.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव के दौरान छोटे-छोटे राजनीतिक दलों से गठबंधन कर अपनी ताकत में इजाफा करने में जुटे हैं. बहुजन समाज पार्टी के साथ बराबरी का गठबंधन करने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल को भी अपने साथ जोड़ा और अब निषाद पार्टी सहित तीन अन्य दलों के साथ गठबंधन किया. निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद की मौजूदगी में अखिलेश यादव ने इसका ऐलान किया.
गठबंधन वक्त की मांग
समाजवादी पार्टी का मानना है कि पिछड़ी और दलित जातियों को जब तक राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिलेगी, तब तक सामाजिक न्याय का सपना पूरा नहीं हो सकता. इसलिए निषाद पार्टी जैसे छोटे-छोटे राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन वक्त की मांग है.
सियासी समीकरण साधने की सपा की कोशिश
निषाद पार्टी का पूर्वांचल की गोरखपुर, महाराजगंज, खलीलाबाद, भदोही, मिर्जापुर समेत लगभग 20 से 25 सीटों पर प्रभावशाली दखल है. निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद खुद महाराजगंज सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. गोरखपुर सीट के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने निषाद पार्टी के साथ तालमेल कर प्रत्याशी उतारा था.
अखिलेश यादव को उम्मीद है कि गोरखपुर का प्रयोग एक बार फिर कामयाब होगा और पूर्वांचल समेत गंगा- यमुना नदी के किनारों पर स्थित संसदीय सीटों पर उन्हें इसका फायदा मिलेगा.