लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार जनता में भय और अविश्वास पैदा कर रही है, यह षड्यंत्रकारी सरकार है. भाजपा राज में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है. प्रशासनतंत्र न्यायिक आचरण नहीं कर रहा है. समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में भाजपा का मुकाबला करने में सक्षम है. जनता में जितना आक्रोश है, उससे सन् 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया तय है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज जारी बयान में कहा कि भाजपा ने अपराधों को बढ़ावा दिया है. कई बार मांगने के बावजूद टाप टेन (10) अपराधियों की सूची सरकार नहीं दे रही है. सरकार अपराधियों को चिह्नित करने में जाति-धर्म का ख्याल रखती है. मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री ने अपने ऊपर लगे तमाम मुकदमे कैसे वापस ले लिए? राजनीति का अपराधीकरण नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा, समाजवादी पार्टी किसी अपराधी को टिकट नहीं देती है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूंजी निवेश को लेकर झूठ बोला जा रहा है, न कहीं उद्यम लगे और ना ही किसी को नौकरी मिली. भाजपा सरकार ने हर साल नौकरियां देने का वादा किया था, यह क्यों नहीं बताते है कि कितने नौजवानों को नौकरी दी गई. भाजपा सरकार नाकाम सरकार है कहा कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में अपराधों में वृद्धि हुई है. हिरासत में मौतों का रिकार्ड बना है. बलिया में छात्र नेता की हत्या हो गई.
बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ी हैं. पुष्पेन्द्र की पत्नी ने आत्महत्या कर ली. कानून व्यवस्था कहां है? प्रदेश में स्थायी डीजीपी, चीफ सेक्रेटरी तक नहीं है. सेवा विस्तार वाले काम कर रहे हैं. आम नागरिक को एनकाउंटर का खतरा है. यह कमजोर सरकार की निशानी है. मुख्यमंत्री ठोक देने का ऐलान करेंगे, तो भ्रष्ट अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग करेंगे ही. कन्नौज में चुनाव हराने में प्रशासन का इस्तेमाल किया गया.
पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि राज्य में भाजपा सरकार के 6 वर्ष पूरे हो गए हैं. मुख्यमंत्री ने एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी का सपना दिखाया पर इस दिशा में क्या प्रगति हुई. फिलहाल तो पूरा सिस्टम ही कोलेप्स (ध्वस्त) कर गया है. क्या यही अमृतकाल या रामराज है? अब तो न्याय के लिए भी भगवान पर ही भरोसा करना होगा? सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता पक्ष की तरह विपक्ष की भी अहमियत है.
विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी है कि वह सच बोले और सच बताए. भाजपा सरकार का उद्देश्य है कि सच बाहर नहीं आना चाहिए. इसीलिए विरोध की आवाज का कुचलने का भाजपा प्रयास करती है, विपक्षी नेताओं को अपमानित करने के साथ उन पर ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों का दबाव बनाया जाता है. यह स्थिति देश में स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए घातक है.
(विज्ञप्ति)
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