लखनऊ :समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज पार्टी मुख्यालय पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करके चुनावी तैयारियों को लेकर मंथन में जुटे हुए हैं. बैठक में लोकसभा चुनाव के प्रमुख दावेदार और पार्टी के बड़े स्थानीय स्तर के नेता बुलाए गए हैं जिनसे अखिलेश यादव फीडबैक ले रहे हैं कि चुनाव मैदान में किस प्रत्याशी को उतारना पार्टी के लिए ज्यादा मुफीद रहेगा. साथ ही उन्होंने कांग्रेस के बदायूं में उम्मीदवार उतारने को लेकर भी नाराजगी जताई है.
सपा बसपा गठबंधन के बाद अब समाजवादी पार्टी पूरी तरह से अपने प्रत्याशियों के चयन को लेकर सक्रिय हो गई है. करीब नौसीटों पर प्रत्याशी घोषित करने के बाद समाजवादी पार्टी बची हुई अन्य सीटों को लेकर मंथन में लगी हुई है. आज हो रही पार्टी मुख्यालय पर बैठक में मुख्य रूप से उन्नाव कानपुर के प्रत्याशी चयन पर चर्चा हो रही है इस बैठक में उन्नाव कानपुर के कई महत्वपूर्ण दावेदार और पार्टी के स्थानीय नेता शामिल हैं.
इसके अलावा सपा-बसपा के गठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने को लेकर उहापोह की स्थित अब काफी साफ हो गई है. कांग्रेस ने बदायूं सीट से अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव के खिलाफ कांग्रेस के कद्दावर नेता व पांच बार के सांसद रहे इकबाल शेरवानी को चुनाव मैदान में उतारने के बाद अखिलेश यादव काफी नाराज बताए जा रहे हैं.ऐसे में अब यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली , कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी से सपा-बसपा गठबंधन का उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस की चुनावी जीत का रथ रोकने का काम कर सकते हैं . हालांकि अभी इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि अगर कांग्रेस पार्टी अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ उम्मीदवार उतारती है तो फिर इस बात में कोई आशंका नहीं रह जाएगी कि रायबरेली और अमेठी में सपा बसपा गठबंधन का उम्मीदवार उतारा जाएगा.