लखनऊ: यौन शोषण के मामले में आरोपित भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व गृह राज्य मंत्री चिन्मयानंद की गिरफ्तारी पर अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट से पीड़ित लड़की को इंसाफ मिलेगा. दरअसल लॉ की छात्रा ने बीजेपी नेता चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाया है.
जानिए क्या था मामला
विधि छात्रा की ओर से लगाए गए आरोपों पर स्वामी चिन्मयानंद का कहना था कि वह जल्द ही एक विश्वविद्यालय का निर्माण करने जा रहे थे. कुछ लोग चाहते हैं कि उसका निर्माण कार्य न हो पाए. इसीलिए उनके खिलाफ पूरी साजिश की गई है और इसी के तहत आरोप लगाए गए हैं.
चिन्मयानंद पर जब से विधि की छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया है, तब से बीजेपी सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रही है. सपा-बसपा और कांग्रेस समेत सभी दलों ने बीजेपी पर चिन्मयानंद को बचाने का आरोप लगाया था, लेकिन शुक्रवार आखिरकार एसआईटी ने चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया.
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जानिए क्या कहा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब हुए तो चिन्मयानंद प्रकरण पर सीधा हमला करने से बचते नजर आए. उन्होंने चिन्मयानंद की गिरफ्तारी न किए जाने की वजह से एक दिन पहले चिन्मयानंद मामले में दिखाई गई सीडी और मीडिया में जारी बयान को मानने से इनकार कर दिया.
सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद है कि पीड़िता को मिलेगा न्याय
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वह इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं, लेकिन इतना है कि जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट इस मामले की मानिटरिंग कर रहा है. ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि पीड़ित लड़की को न्याय मिलेगा उन्होंने कहा कि आजम खान और चिन्मयानंद दोनों ही मामलों को लेकर उनकी पार्टी के नेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले हैं.
पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई है कि जिला प्रशासन के अधिकारी इस तरह से कार्रवाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें शक है कि जिलों में अधिकारी जो कुछ कर रहे हैं शायद इसकी जानकारी मुख्यमंत्री हो ना हो इस वजह से ही इस तरह की गड़बड़ियां हो रही हैं शाहजहांपुर और रामपुर में जिला पुलिस और प्रशासन का व्यवहार बिल्कुल अलग अलग है.