लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहाकि, महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी. फिर, भी योगी सरकार ऑल इज वेल कह रही है. कहा भाजपा सरकार न जाने किस जुर्म में जनता को ज्यादा से ज्यादा तकलीफें देने पर आमादा है. बीजेपी सरकार में गरीब तो पहले से ही सांसे गिन रहा था अब मध्यमवर्ग को भी मिटाने की योजना पर अमल शुरू हो गया है. भाजपा की जनविरोधी नीतियों (BJP's anti-people policies) से पूरे देश में आक्रोश है. अखिलेश ने कहा लोग अब भाजपा के जाने और समाजवादी पार्टी को जिताने का संकल्प ले चुके हैं.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज जारी बयान में कहा कि अपने हर वादे को कूड़े के ढेर में फेंक देने वाली भाजपा ने संकल्प-पत्र (BJP's manifesto घोषणा-पत्र) में महंगाई और भ्रष्टाचार कम करने की घोषणा जोरशोर से की थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद भाजपा ने हर दिन लोगों को मंहगाई की आग में जलाया है. सूचना है कि त्योहार के मौसम में पेट्रोल-डीजल (Petrol and diesel) के साथ रसोई गैस के दाम और ज्यादा बढ़ सकते हैं. सरकार के आंतरिक सर्वे में आया है कि उपभोक्ता एक हजार रुपये का सिलेंडर भी खरीद सकते हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दामों में भारी बढ़ोतरी के बाद परिवहन की दरों में भारी उछाल आया है और आवागमन मंहगा हुआ है. डीजल खेती के काम में इस्तेमाल होता है, जिससे सिंचाई की लागत भी बढ़ गई है. वैसे भी किसान बदहाल है उसे न तो फसल का लागत मूल्य मिल रहा है और न ही प्रधानमंत्री के वादे की दोगुनी आय हासिल हुई. किसान को न ही एमएसपी मिली और नहीं अतिवृष्टि, बाढ़, जल भराव से नष्ट फसल का मुआवजा मिला.
उन्होंने कहा कि करोड़ों मुफ्त गैस कनेक्शन का ढिंढोरा पीटने वाले मुख्यमंत्री जनता से तो रूबरू होते नहीं. इसलिए उन्हें लोगों की मुश्किलों का अंदाजा नहीं है. वे इसलिए अपना राग अकेले ही अलापते रहते हैं. गरीब परिवार 'उज्ज्वला' (Ujjwala Yojana) के मंहगे सिलेंडर भरवाने में असक्षम है. साल भर में देखें तो LPG सिलेंडर के दाम 190.50 रुपये तक बढ़ चुके हैं. सरकार इसके दाम और बढ़ाकर जनता के धैर्य की परीक्षा लेने पर आमादा है.
उन्होंने कहा कि गरीब महिलाओं को सशक्त बनाने के नाम पर उज्ज्वला योजना के आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर बताए जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि तमाम लाभार्थी जो गरीब और मजदूर हैं वो दोबारा अपना सिलेंडर रिफिल नहीं करा पाए हैं. घरों में औरतें आज भी रसोई में चूल्हें फूंककर रोटी पकाती हैं. चूल्हें का धुआं उनके फेफड़ों को रोज संक्रमित करता है. बताते हैं 78 फीसदी से ज्यादा परिवार फिर से लकड़ी जलाकर खाना बनाने लगे हैं. देशी चूल्हें ही गांवों में काम आ रहे हैं.
इसे भी पढ़ें-अखिलेश यादव का तंज: BJP राजनीतिक दल नहीं, झूठे प्रचार की ट्रेनिंग का अंतरराष्ट्रीय संस्थान
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कुल मिलाकर भाजपा सरकार रसोई गैस और पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर 'ऐतिहासिक कर वसूली' करके जनता से जो कमाई कर रही है उसका इस्तेमाल वह अपने राजनीतिक फायदे और चुनावी एजेंडे के तहत राजनीतिक रोटियां सेंकने के काम में करेगी, लेकिन कहावत है काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है. प्रदेश का बच्चा-बच्चा जान गया है कि भाजपा झूठ और नफरत की राजनीति करती है. वो लोगों को भटकाने-बहकाने का काम करती है. सन् 2022 के चुनाव में वह अब भाजपा के किसी झांसे में नहीं आएगी और समाजवादी पार्टी को ही सत्ता में प्रतिष्ठित करेगी.
इसे भी पढ़ें- अखिलेश यादव का दावा, योगी सरकार में हुई सबसे ज्यादा साधु-संतों और ब्राह्मणों की हत्या