लखनऊ : कृषकों, कृषि उद्यमियों और कृषि वैज्ञानिकों का सम्मान समारोह लखनऊ में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में सीएम योगी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इसमें कृषक उत्पादक संगठनों (FPO) के उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. कार्यक्रम में उन्नतशील खेती करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया. लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (Indira Gandhi Foundation) में आयोजित किसान सम्मान दिवस एवं एग्रीगेशन 2022 में किसानों का सम्मान करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी का लक्ष्य रखा है. आज भारत दुनिया में नई ताकत के रूप में उभर रहा है. चौधरी साहब (Former Prime Minister Chaudhary Charan Singh) के अन्नदाता किसानों को समृद्ध बनाने के सपने के लिए वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री की ओर से कई कार्यक्रम शुरू किए. खेती में लागत कम और लाभ ज्यादा हो, उत्पादकता बढ़े इस दिशा में कार्य भी हो रहे हैं. पहली बार देश में किसान फसल बीमा योजना लागू हुई. उत्तर प्रदेश में पिछले 5 वर्षों में कई कार्य हुए. हमने 86 लाख किसानों के कर्ज माफी किए हैं.
सीएम ने कहा (CM said) कि आज लागत का डेढ़ गुना एमएसपी कार्यक्रम भी लागू हुआ. पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से प्रदेश के 2 करोड़ 60 लाख किसानों को 51 हजार करोड़ की राशि दी जा चुकी है. प्रदेश में चीनी मिलें लगातार चल रही है. पिछली सरकारों ने चीनी मिलों को बेच दिया था. गोरखपुर पिपराइच मिल नई लगाई गई. नजीबाबाद चीनी मिल का विस्तार किया गया. हम बहुत मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में लघु और सीमांत किसानों (Small and Marginal Farmers) की संख्या ज्यादा है. इसीलिए कृषक उत्पादक संगठन (farmer producer organization) इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Agriculture Minister Surya Pratap Shahi) ने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश के एक-एक खेत का आकलन कर सकेंगे. दुनिया की मांग के अनुसार हम खेती करेंगे तो बहुत लाभ होगा. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने देश के किसानों के दर्द को समझा था. 60 साल तक किसी ने देश के किसानों की हालत को नहीं समझा था. इस वक्त सब्जी के उत्पादन में हम देश में दूसरे नंबर पर हैं. फल उत्पादन में हम नंबर वन हैं. दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश काम कर रहा है.
सीएम योगी ने कहा, कृषि योजनाओं की मदद से किसानों को हो रहा ज्यादा लाभ - Agriculture schemes of UP
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 120वीं जयंती के अवसर पर शुक्रवार को कृषकों, कृषि उद्यमियों और कृषि वैज्ञानिकों का सम्मान समारोह लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित किया गया है. इसमें उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. इस दौरान सीएम योगी ने उन्नतशील खेती करने वाले किसानों को भी सम्मानित किया गया.
लखनऊ : कृषकों, कृषि उद्यमियों और कृषि वैज्ञानिकों का सम्मान समारोह लखनऊ में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में सीएम योगी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इसमें कृषक उत्पादक संगठनों (FPO) के उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. कार्यक्रम में उन्नतशील खेती करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया. लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (Indira Gandhi Foundation) में आयोजित किसान सम्मान दिवस एवं एग्रीगेशन 2022 में किसानों का सम्मान करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी का लक्ष्य रखा है. आज भारत दुनिया में नई ताकत के रूप में उभर रहा है. चौधरी साहब (Former Prime Minister Chaudhary Charan Singh) के अन्नदाता किसानों को समृद्ध बनाने के सपने के लिए वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री की ओर से कई कार्यक्रम शुरू किए. खेती में लागत कम और लाभ ज्यादा हो, उत्पादकता बढ़े इस दिशा में कार्य भी हो रहे हैं. पहली बार देश में किसान फसल बीमा योजना लागू हुई. उत्तर प्रदेश में पिछले 5 वर्षों में कई कार्य हुए. हमने 86 लाख किसानों के कर्ज माफी किए हैं.
सीएम ने कहा (CM said) कि आज लागत का डेढ़ गुना एमएसपी कार्यक्रम भी लागू हुआ. पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से प्रदेश के 2 करोड़ 60 लाख किसानों को 51 हजार करोड़ की राशि दी जा चुकी है. प्रदेश में चीनी मिलें लगातार चल रही है. पिछली सरकारों ने चीनी मिलों को बेच दिया था. गोरखपुर पिपराइच मिल नई लगाई गई. नजीबाबाद चीनी मिल का विस्तार किया गया. हम बहुत मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में लघु और सीमांत किसानों (Small and Marginal Farmers) की संख्या ज्यादा है. इसीलिए कृषक उत्पादक संगठन (farmer producer organization) इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Agriculture Minister Surya Pratap Shahi) ने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश के एक-एक खेत का आकलन कर सकेंगे. दुनिया की मांग के अनुसार हम खेती करेंगे तो बहुत लाभ होगा. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने देश के किसानों के दर्द को समझा था. 60 साल तक किसी ने देश के किसानों की हालत को नहीं समझा था. इस वक्त सब्जी के उत्पादन में हम देश में दूसरे नंबर पर हैं. फल उत्पादन में हम नंबर वन हैं. दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश काम कर रहा है.