लखनऊ: करीब दो साल बाद फिर से शादियां होना शुरू हो गई हैं. पिछले साल लॉकडाउन (Lockdown) के कारण जो लोग अपनी शादियों को टाल रहे थे, वे लोग इस बार शादियों के सीजन से खासा उम्मीद लगाए बैठे हैं और अपनी शादी की डेट फिक्स कर रहे हैं. इससे बाजारों में रौनक नजर आ रही है. कारोबारी भी व्यापार अच्छा होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन उन्हें अभी निराशा ही हाथ लग रही है.
कपड़ा व्यापारी से लेकर के जूते चप्पल के कारोबारी शादियों को लेकर खूब तैयारियां कर रहे हैं. अमीनाबाद मार्केट में डिजाइनर सूट सलवार कपड़ों के विक्रेता रमेश भाटिया बताते हैं कि पिछले साल लॉकडाउन और कोविड के बाद इस साल कारोबार में कुछ राहत है, लेकिन 3 साल पहले जैसा कारोबार होता था, वैसे कारोबार की उम्मीद उन्हें नहीं है. वे लोग लॉकडाउन के समय को याद करते हैं तो कांप जाते हैं. साथ ही रमेश भाटिया का मानना है कि लोग दुकानों पर आ रहे हैं, लेकिन जो जरूरत का सामान है, उसी की खरीदारी यहां पर लोग कर रहे हैं.
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जूते-चप्पल के दुकानदारों का कहना है कि शादियों का समय चल रहा है. इसकी वजह से लोग बाजारों में दिखाई दे रहे हैं, लेकिन जितनी बिक्री होनी चाहिए, उतनी नहीं हो पा रही है. वहीं, एक अन्य दुकानदार नीरज ने बताया कि पिछले 2 सालों से सामान की सप्लाई के रेट भी बढ़ गए हैं. इसके कारण कपड़ों के रेट बढ़े हुए हैं और ग्राहकों को भी सामान महंगे मिल रहे हैं.
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