लखनऊ: जिले के बख्शी का तालाब इलाके में अकोहरा बाबा देव स्थल के पुजारी की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक पुजारी की हत्या करीब दो दिन पहले हुई है. वहीं मंगलवार को एडीजी एसएन साबत घटनास्थल पर खुद जांच करने पहुंचे. पुलिस इस हत्याकांड में कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.
राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र के बराखेमपुर गांव के बाहर स्थित अकोहरा बाबा देवस्थल के पुजारी अमरनाथ तिवारी का शव कुटिया में मिला था. पुजारी की धारदार हंथियार से निर्मम हत्या कर दी गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला रेतकर और हांथ काटकर हत्या किए जाने की बात सामने आई थी. पुजारी के शरीर पर जख्म के कई गहरे निशान भी पाए गए थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक दो से ढाई दिन पहले पुजारी की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है.
ग्रामीणों के मुताबिक पुजारी जब कभी बाहर जाते थे, तो कुटिया का दरवाजा बंद कर देते थे. लेकिन सोमवार को कुटिया का दरवाजा खुला था, जिससे जाहिर है हत्या के बाद भी हत्या करने वाले कुटिया के आसपास बने रहे. वहीं शुक्रवार के बाद पुजारी कुटिया के आसपास नहीं देखे गए. ग्रामीणों के मुताबिक पुजारी के यहां कभी-कभी गांव की महिलाएं भोजन बनाने जाती थी. ग्रामीणों की मानें तो देवस्थल के बांयी ओर स्थित तालाब का वर्ष 2017 में मछली पालन के लिये केशन और केशनी के नाम से आवंटन हुआ था. तालाब से मछली निकलने का पुजारी द्वारा पहले कई बार विरोध किया गया है.
एएसपी आदित्य लांग्हे सीओ डॉ ह्यदेश कठेरिया बीकेटी ने दिन में घटनास्थल के आसपास जांच की. कुटी से कुछ दूरी पर ताश के पत्ते और खाली शराब की शीशी खेत में मिली हैं. वहीं सीओ ने बताया जो भी जानकारी सामने आ रही है, उस पर जांच की जा रही है. घटना को लेकर मंगलवार शाम एडीजी एसएन साबत भी घटनास्थल पर पहुंचे थे.