ETV Bharat / state

यूपी में लापरवाही बरतने पर एक साल में करीब 10 हजार डीएल हुए सस्पेंड - लखनऊ खबर

उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने ई-चालान से एक साल में ही करीब 10,000 ड्राइवरों के ड्राइविंग लाइसेंस ससपेंड कर दिए हैं. वाहन चलाते समय छह तरह की लापरवाही सामने आई है, जिस पर परिवहन विभाग में इस तरह का सख्त एक्शन लिया है.

यूपी में लापरवाही बरतने पर एक साल में करीब 10 हजार डीएल हुए सस्पेंड
यूपी में लापरवाही बरतने पर एक साल में करीब 10 हजार डीएल हुए सस्पेंड
author img

By

Published : Jul 11, 2021, 12:41 AM IST

लखनऊ: टेक्नोलॉजी का परिवहन विभाग को फायदा मिलने लगा है. यही वजह है कि अभी तक लापरवाही पर जो ड्राइवर पकड़ में नहीं आते थे अब उनकी हरकत पकड़ में आ जा रही है. ऐसे वाहन चालकों पर परिवहन विभाग सख्ती से कार्रवाई भी कर रहा है. आलम यह है की ई-चालान से एक साल में ही परिवहन विभाग ने करीब 10,000 ड्राइवरों के ड्राइविंग लाइसेंस ससपेंड कर दिए हैं. वाहन चलाते समय छह तरह की लापरवाही सामने आई है, जिन पर परिवहन विभाग में इस तरह का सख्त एक्शन लिया है. यह पहला मौका है जब परिवहन विभाग ने एक साल में इतनी संख्या में डीएल निलंबित किए हैं.

9642 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई
टैबलेट से ई-चालान करने पर बार-बार अपराध करने वाले वाहन मालिकों को ब्यौरा और वाहन का नंबर दर्ज करते ही उनका पिछला रिकॉर्ड सामने आ जाता है. इससे मोटरयान अधिनियम का उल्लघंन करने वाले बच नहीं पा रहे हैं. परिवहन विभाग के अधिकारियों की मानें तो एमबी एक्ट में आधा दर्जन अपराध ऐसे हैं, जिन पर डीएल सस्पेंड करने की कार्रवाई हो सकती है. अफसरों के मुताबिक ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने से पहले वाहन स्वामी को नोटिस भेजा जाता है, जिससे न्यायालय के अधिनियम ये मामला न पहुंचने पाए. विभागीय अधिकारी बताते हैं कि तकरीबन एक साल में 9642 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई प्रदेश भर में की गई है. परिवहन आयुक्त धीरज साहू बताते हैं कि नियमों का उल्लंघन करने पर किसी भी ड्राइवर को बख्शा नहीं जाएगा. उन पर मोटरयान अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अब तक 9000 से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई हुई है.

इन अपराधों पर एक्शन

  • क्षमता से अधिक माल लादने पर 619 डीएल निलंबित किए गए.
  • चौराहे पर रेड लाइट पार करने पर 683 डीएल निलंबित किए गए.
  • गलत दिशा में गाड़ी चलाने पर 812 डीएल निलंबित किए गए.
  • गाड़ी पर मोबाइल से बात करने पर 1238 डीएल निलंबित किए गए.
  • शहर और हाइवे पर तेज रफ्तार में 2968 डीएल निलंबित किए गए.
  • शराब के नशे में वाहन चलाने पर 3322 डीएल निलंबित किए गए.

इसे भी पढ़ें-हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने की अवधि बढ़ी, जानिए नया शेड्यूल

लखनऊ में सिर्फ 36 डीएल सस्पेंड
ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंशन के सबसे कम मामले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सामने आए हैं. यहां पर सिर्फ अधिकारियों ने लापरवाही पर 36 लाइसेंस ही निलंबित किए हैं, जबकि गाजियाबाद और नोएडा क्षेत्र में प्रवर्तन अधिकारियों ने सबसे ज्यादा सख्ती बरतते हुए ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की है.

लखनऊ: टेक्नोलॉजी का परिवहन विभाग को फायदा मिलने लगा है. यही वजह है कि अभी तक लापरवाही पर जो ड्राइवर पकड़ में नहीं आते थे अब उनकी हरकत पकड़ में आ जा रही है. ऐसे वाहन चालकों पर परिवहन विभाग सख्ती से कार्रवाई भी कर रहा है. आलम यह है की ई-चालान से एक साल में ही परिवहन विभाग ने करीब 10,000 ड्राइवरों के ड्राइविंग लाइसेंस ससपेंड कर दिए हैं. वाहन चलाते समय छह तरह की लापरवाही सामने आई है, जिन पर परिवहन विभाग में इस तरह का सख्त एक्शन लिया है. यह पहला मौका है जब परिवहन विभाग ने एक साल में इतनी संख्या में डीएल निलंबित किए हैं.

9642 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई
टैबलेट से ई-चालान करने पर बार-बार अपराध करने वाले वाहन मालिकों को ब्यौरा और वाहन का नंबर दर्ज करते ही उनका पिछला रिकॉर्ड सामने आ जाता है. इससे मोटरयान अधिनियम का उल्लघंन करने वाले बच नहीं पा रहे हैं. परिवहन विभाग के अधिकारियों की मानें तो एमबी एक्ट में आधा दर्जन अपराध ऐसे हैं, जिन पर डीएल सस्पेंड करने की कार्रवाई हो सकती है. अफसरों के मुताबिक ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने से पहले वाहन स्वामी को नोटिस भेजा जाता है, जिससे न्यायालय के अधिनियम ये मामला न पहुंचने पाए. विभागीय अधिकारी बताते हैं कि तकरीबन एक साल में 9642 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई प्रदेश भर में की गई है. परिवहन आयुक्त धीरज साहू बताते हैं कि नियमों का उल्लंघन करने पर किसी भी ड्राइवर को बख्शा नहीं जाएगा. उन पर मोटरयान अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अब तक 9000 से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई हुई है.

इन अपराधों पर एक्शन

  • क्षमता से अधिक माल लादने पर 619 डीएल निलंबित किए गए.
  • चौराहे पर रेड लाइट पार करने पर 683 डीएल निलंबित किए गए.
  • गलत दिशा में गाड़ी चलाने पर 812 डीएल निलंबित किए गए.
  • गाड़ी पर मोबाइल से बात करने पर 1238 डीएल निलंबित किए गए.
  • शहर और हाइवे पर तेज रफ्तार में 2968 डीएल निलंबित किए गए.
  • शराब के नशे में वाहन चलाने पर 3322 डीएल निलंबित किए गए.

इसे भी पढ़ें-हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने की अवधि बढ़ी, जानिए नया शेड्यूल

लखनऊ में सिर्फ 36 डीएल सस्पेंड
ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंशन के सबसे कम मामले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सामने आए हैं. यहां पर सिर्फ अधिकारियों ने लापरवाही पर 36 लाइसेंस ही निलंबित किए हैं, जबकि गाजियाबाद और नोएडा क्षेत्र में प्रवर्तन अधिकारियों ने सबसे ज्यादा सख्ती बरतते हुए ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.