लखनऊ: राजधानी में गुरूवार को ईटीवी भारत ने एक ऐसे सीनीयर आईएएस अधिकारी से बातचीत की जो अब तक 117 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं. राजन शुक्ला को कंपटीशन देने वाले उनके छोटे भाई राजर्षि शुक्ला न्यायिक सदस्य के पद पर उपभोक्ता फोरम में हैं, जो अब तक लगभग 50 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं.
केजीएमयू कैंप लगाकर लोगों को ब्लड डोनेट करने के लिए प्रेरित करता है-
केजीएमयू ब्लड बैंक की प्रभारी तूलिका चंद्रा ने बताया कि हम लगातार कैंप लगाकर ब्लड डोनेट करने के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं. कैंप लगाकर लोगों को प्रेरित करने से बहुत अच्छा रिस्पांस नहीं आता है लेकिन लखनऊ में कुछ ऐसे लोग हैं, जो नियमित ब्लड डोनेट करते हैं. तूलिका चंद्रा ने बताया कि राजन शुक्ला अब तक 117 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं.
केजीएमयू में ब्लड डोनेट करने वाले कुछ अन्य व्यक्ति-
केजीएमयू ब्लड बैंक में राजन शुक्ला सबसे ज्यादा ब्लड डोनेट करने वाले व्यक्ति हैं. राजधानी में कुछ और भी लोग हैं जो ब्लड डोनेट करते हैं मगर वह राजन शुक्ला से काफी पीछे हैं. लखनऊ के बृजेश कुमार 25, अमोद कुमार 20, पुष्पेंद्र15, क्षितिज माथुर 15 और अब्दुल मोइन 10 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं.
सीनियर आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला से ईटीवी की खास बातचीत-
ईटीवी से खास बातचीत में सीनियर आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला ने बताया कि उन्हें ब्लड डोनेट करने की प्रेरणा उनके पिताजी से मिली है. राजन शुक्ला के पिताजी अक्सर श्रमदान किया करते थे, जहां से उन्हें दान की प्रेरणा मिली. इसके बाद उन्होंने ब्लड डोनेशन कैंप में हिस्सा लिया और वहीं से इनको ब्लड डोनेट करने की आदत पड़ गई. राजन शुक्ला ने बताया कि ब्लड डोनेट करने से किसी भी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है. ब्लड बनाया नहीं जा सकता है. लिहाजा मरीजों की जिंदगी बचाने के लिए हमें ब्लड डोनेट करना चाहिए.