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केजीएमयू में थ्री डी तकनीकी से 12 लिवर ट्रांसप्लांट, पत्नी ने दिया पति को जीवनदान - केजीएमयू में 12 लिवर ट्रांसप्लांट

केजीएमयू में 12 लिवर ट्रांसप्लांट किया गया. इसमें थ्री डी तकनीक के आधार पर ऑपरेशन किया गया है.

पत्नी ने दिया पति को जीवनदान
पत्नी ने दिया पति को जीवनदान
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Published : Aug 21, 2021, 9:17 PM IST

लखनऊः केजीएमयू में थ्री डी के तकनीक के आधार पर ऑपरेशन किया गया. इस तकनीकी से अस्पताल में 12 लिवर ट्रांसप्लांट किये गये. इस तकनीकी के जरिये पहले कम्प्यूटरीकृत मशीन पर ऑर्गन रिट्रीवल और ट्रांसप्लांट प्लान किया गया. इसके बाद डोनर और मरीज को ऑपरेशन थियेटर में शिफ्ट कर प्रत्यारोपण की प्रक्रिया पूरी की गई.

केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह के मुताबिक खदरा निवासी सुधीर वर्मा 44 को पीलिया हो गया था. इसके बाद ब्लीडिंग और लिवर सिरोसिस की समस्या हो गई. गंभीर हालत में केजीएमयू लाया गया. गैस्ट्रो सर्जरी विभाग में डॉक्टर अभिजीत चंद्रा को दिखाया. जांच के बाद लिवर फेल्योर की पुष्टि हुईं. वहीं ट्रांसप्लांट ही विकल्प बताया गया. ऐसे में डोनर की जांच की गई. भाई और पत्नी दोनों लिवर दान के लिए तैयार थे. ऐसे में पत्नी ने अपने लिवर का आधा हिस्सा दान किया. रोगी लखनऊ की एक निजी फर्म में टाइपिस्ट के पद पर कार्यरत हैं. रोगी और अंगदाता ने दो महीने पहले वैक्सीनेशन कराया था. ये ऑपरेशन 12 घंटे तक चला.

मुफ्त में हुआ ट्रांसप्लांट

मरीज का लिवर ट्रांसप्लांट मुफ्त में हुआ. इसके लिए सीएम फंड के माध्यम से रोगी के लिए वित्तीय सहायता दी गई. इसके साथ ही अवध इंटरनेशनल फाउंडेशन ने भी मदद की. इस दौरान 100 से अधिक डॉक्टरों और कर्मचारियों की एक टीम लगी. दो ओटी समानान्तर चलाई गई. एक ओटी में डोनर और दूसरी ओटी में मरीज रहा.

90 से अधिक सफलता दर

केजीएमयू का ये 12 वां लिवर ट्रांसप्लांट है. यहां 90 फीसदी से अधिक की सफलता दर रही है. ऐसे में ये दुनिया के टॉप संस्थानों के बराबर है. वहीं केजीएमयू बहु-अंग दान करने वाला यूपी का एकमात्र संस्थान भी रहा है. एम्स नई दिल्ली और एआरएमवाई आर एंड आर अस्पताल आदि संस्थानों में केजीएमयू के सहयोग से 50 से अधिक अंगों को जरूरतमंद रोगियों में प्रत्यारोपित किया गया है.

इसे भी पढ़ें- पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हालत बेहद नाजुक, सीएम योगी का गोरखपुर दौरा रद्द

ये रही डॉक्टरों की टीम

सर्जरी टीम का नेतृत्व गैस्ट्रोसर्जरी विभाग के डॉक्टर अभिजीत चंद्रा और डॉक्टर विवेक गुप्ता ने किया. अन्य डॉक्टरों में गैस्ट्रोसर्जरी विभाग के डॉक्टर संदीप कुमार वर्मा सम्मिलित रहे. गैस्ट्रोमेडिसिन से डॉक्टर सुमित रूंगटा, एनेस्थीसिया विभाग से डॉक्टर जीपी सिंह, डॉक्टर मोहम्मद परवेज, डॉक्टर तन्मय तिवारी, डॉक्टर रति प्रभा ने सहयोग प्रदान किया. इसके अलावा डॉक्टर एसएन संखवार, डॉक्टर आरएन श्रीवास्तव, डॉक्टर तूलिका चंद्रा, डॉक्टर अमिता जैन, डॉक्टर नीरा कोहली, डॉक्टर अतिन सिंघई, डॉक्टर अविनाश अग्रवाल, डॉक्टर एसके द्विवेदी, डॉक्टर गौरव चौधरी, डॉक्टर डी हिमांशु, डॉक्टर अजय कुमार, डॉक्टर दिव्या मेहरोत्रा, दिल्ली के डॉक्टर शालीन अग्रवाल और डॉक्टर सुमित गोयल मौजूद थे. मरीज और डोनर दोनों की हालत फिलहाल स्थिर है.

लखनऊः केजीएमयू में थ्री डी के तकनीक के आधार पर ऑपरेशन किया गया. इस तकनीकी से अस्पताल में 12 लिवर ट्रांसप्लांट किये गये. इस तकनीकी के जरिये पहले कम्प्यूटरीकृत मशीन पर ऑर्गन रिट्रीवल और ट्रांसप्लांट प्लान किया गया. इसके बाद डोनर और मरीज को ऑपरेशन थियेटर में शिफ्ट कर प्रत्यारोपण की प्रक्रिया पूरी की गई.

केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह के मुताबिक खदरा निवासी सुधीर वर्मा 44 को पीलिया हो गया था. इसके बाद ब्लीडिंग और लिवर सिरोसिस की समस्या हो गई. गंभीर हालत में केजीएमयू लाया गया. गैस्ट्रो सर्जरी विभाग में डॉक्टर अभिजीत चंद्रा को दिखाया. जांच के बाद लिवर फेल्योर की पुष्टि हुईं. वहीं ट्रांसप्लांट ही विकल्प बताया गया. ऐसे में डोनर की जांच की गई. भाई और पत्नी दोनों लिवर दान के लिए तैयार थे. ऐसे में पत्नी ने अपने लिवर का आधा हिस्सा दान किया. रोगी लखनऊ की एक निजी फर्म में टाइपिस्ट के पद पर कार्यरत हैं. रोगी और अंगदाता ने दो महीने पहले वैक्सीनेशन कराया था. ये ऑपरेशन 12 घंटे तक चला.

मुफ्त में हुआ ट्रांसप्लांट

मरीज का लिवर ट्रांसप्लांट मुफ्त में हुआ. इसके लिए सीएम फंड के माध्यम से रोगी के लिए वित्तीय सहायता दी गई. इसके साथ ही अवध इंटरनेशनल फाउंडेशन ने भी मदद की. इस दौरान 100 से अधिक डॉक्टरों और कर्मचारियों की एक टीम लगी. दो ओटी समानान्तर चलाई गई. एक ओटी में डोनर और दूसरी ओटी में मरीज रहा.

90 से अधिक सफलता दर

केजीएमयू का ये 12 वां लिवर ट्रांसप्लांट है. यहां 90 फीसदी से अधिक की सफलता दर रही है. ऐसे में ये दुनिया के टॉप संस्थानों के बराबर है. वहीं केजीएमयू बहु-अंग दान करने वाला यूपी का एकमात्र संस्थान भी रहा है. एम्स नई दिल्ली और एआरएमवाई आर एंड आर अस्पताल आदि संस्थानों में केजीएमयू के सहयोग से 50 से अधिक अंगों को जरूरतमंद रोगियों में प्रत्यारोपित किया गया है.

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ये रही डॉक्टरों की टीम

सर्जरी टीम का नेतृत्व गैस्ट्रोसर्जरी विभाग के डॉक्टर अभिजीत चंद्रा और डॉक्टर विवेक गुप्ता ने किया. अन्य डॉक्टरों में गैस्ट्रोसर्जरी विभाग के डॉक्टर संदीप कुमार वर्मा सम्मिलित रहे. गैस्ट्रोमेडिसिन से डॉक्टर सुमित रूंगटा, एनेस्थीसिया विभाग से डॉक्टर जीपी सिंह, डॉक्टर मोहम्मद परवेज, डॉक्टर तन्मय तिवारी, डॉक्टर रति प्रभा ने सहयोग प्रदान किया. इसके अलावा डॉक्टर एसएन संखवार, डॉक्टर आरएन श्रीवास्तव, डॉक्टर तूलिका चंद्रा, डॉक्टर अमिता जैन, डॉक्टर नीरा कोहली, डॉक्टर अतिन सिंघई, डॉक्टर अविनाश अग्रवाल, डॉक्टर एसके द्विवेदी, डॉक्टर गौरव चौधरी, डॉक्टर डी हिमांशु, डॉक्टर अजय कुमार, डॉक्टर दिव्या मेहरोत्रा, दिल्ली के डॉक्टर शालीन अग्रवाल और डॉक्टर सुमित गोयल मौजूद थे. मरीज और डोनर दोनों की हालत फिलहाल स्थिर है.

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