लखीमपुर खीरी: तिकुनिया काण्ड की जांच को लेकर लखीमपुर खीरी में तिकुनिया हिंसा मामले की जांच के लिए एक सदस्यीय न्यायिक आयोग के सदस्य लखीमपुर खीरी पहुंच गये हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव मंगलवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे. यूपी सरकार ने तिकुनिया हिंसा की जांच के लिए एक सदस्यीय न्यायिक आयोग बनाया था. अब जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव बुधवार से तिकुनिया हिंसा मामले की जांच शुरू कर सकते हैं.
चार अक्टूबर को किसान नेता राकेश टिकैत, एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार, एसीएस देवेश चतुर्वेदी के बीच एक समझौता हुआ था. मंत्री की थार की टक्कर से मारे गए किसानों के शवों को सड़क पर रखकर किसान प्रदर्शन कर रहे थे. इसके बाद यूपी सरकार और किसान नेताओं के बीच वार्ता शुरू हुई थी. वार्ता और समझौते में किसान नेता राकेश टिकैत ने न्यायिक आयोग से तिकुनिया हत्याकांड की जांच की शर्त भी रखी थी.
इसके अलावा मारे गए किसानों के परिजनों को 45 लाख मुआवजे की मांग रखी गई थी. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने छह अक्टूबर को एक न्यायिक आयोग का गठन कर दिया था. सरकार ने एक सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का नोटिफिकेशन जारी कर दिया था, जिसके अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव बनाए गए थे.
जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज हैं. मंगलवार को जस्टिस श्रीवास्तव लखीमपुर खीरी पहुंच गए हैं. लखीमपुर खीरी जिले में पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस को न्यायिक आयोग का अस्थाई ऑफिस बनाया गया है. खीरी के डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने न्यायिक आयोग के आने की पुष्टि की.
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