कुशीनगर: जंगल चौरिया गांव के लोगों के उपयोग वाली जमीन का पट्टा किए जाने का विवाद गहराता जा रहा है. शुक्रवार को कुशीनगर के सांसद विजय दुबे पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग पर प्रभावित गांव में पहुंचे. ग्रामीणों की बात सुनने के साथ ही उन्होंने विवादित जमीन का मुआयना भी किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रशासन को गांव के लोगों के उपयोग में आने वाली जमीन पर पट्टा नहीं करना चाहिए. इस मामले को ईटीवी भारत ने सबसे पहले उस समय उठाया था, जब गांव की महिलाओं पर पडरौना कोतवाली में बल प्रयोग कर हिरासत में लिया गया था.
विवादित भूमि से पट्टे होंगे रद्द
- बीते सात सितंबर को जंगल चौरिया गांव की महिलाओं ने गांव में गलत पट्टे आवंटित करने का मामला थाना समाधान दिवस में उठाया था.
- थाना समाधान के समय स्थानीय एसडीएम ने बल प्रयोग कर महिलाओं को हिरासत में ले लिया था.
- पट्टे की जमीन का मामला उसी समय सुर्खियों में आ गया और मामले को लेकर राजनीति भी शुरु हो गयी.
- गांव की महिलाएं तभी से लामबन्द होकर स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद करने लगीं.
- विवाद को बढ़ता देख क्षेत्रीय सांसद ने गांव में पट्टे वाली भूमि का निरीक्षण किया.
- सांसद ने जमीन को हिंदू आस्था से जोड़कर सभी पट्टे रद्द करने की बात कही.
- ग्रामीणों का आरोप है कि यहां पर पट्टे गलत जगह पर और गलत लोगों को आवंटित हुये हैं.
पट्टा गांव के लोगों के उपयोग वाली जमीन पर नहीं होना चाहिए. जांच करके पट्टा निरस्त करने के लिए मैंने संबंधित अधिकारियों को कहा है.
-विजय दुबे, भाजपा सांसद